December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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मंडपेश्वर गुफा शिव मंदिर का हो रहा कायाकल्प

सांसद गोपाल शेट्टी के मार्गदर्शन में त्रिदिवसीय शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन

महाराष्ट्र (राष्ट्र की परम्परा)
महाराष्ट्र गजट १९०९ – १९१० के अनुसार मंडपेश्वर गुफा का इतिहास ८ वीं शताब्दी से लेकर आज तक करीब १५०० वर्ष का पुराना है। जिसमें मंडपेश्वर गुफा का उल्लेख एक शिव मंदिर के रूप में किया गया है। गर्भगृह में शिवलिंग, गणेश जी की प्रतिमा एवं बायीं ओर तांडव नृत्य करते हुए शिव जी एवं अन्य दीवार पर उकेरी गई अन्य खूबसूरत हिंदु प्रतिमाएं दिखाई देती है।
कालवश उपेक्षित इस प्राचीन भव्यतम गुफा को सन् 1739मे चिमाजी अप्पा द्वारा अपने अधिकार में ले लिया गया और वहां एक बार फिर से पूजा अर्चना आरंभ कर दी गई ।
जनता द्वारा पूजा अर्चना शुरू करने पर मंडपेश्वर गुफा के हित में मंडपेश्वर उत्सव समिति की स्थापना हुई और समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा महाशिवरात्रि, त्रिपुरारी पूर्णिमा जैसे उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाये जाने लगे। समय-समय पर लोक नेता रामनाईक, गोपाल शेट्टी के अथक प्रयासों के कारण आज मंडपेश्वर गुफा शिव मंदिर का सौंदर्यकरण
संभव हुआ और आज भी सांसद गोपाल शेट्टी के द्वारा लगातार प्रयासों से हो रहा है, जिसमें यहां आने वाले सभी शिवभक्तों की आवश्यक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।
आने वाले समय में मंडपेश्वर गुफा शिवमन्दिर के साथ एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा एवं लोगों की आस्था का केंद्र बनेगा।
कहते हैं कि जहां ईश्वर का वास होता है उस स्थान को कोई लाख छुपाना चाहे फिर भी कभी ना कभी ईश्वर का प्राकट्य हो ही जाता है। ऐसा ही कुछ मंडपेश्वर गुफा का इतिहास है।
८ मार्च को महाशिवरात्रि महोत्सव निमित्त त्रिदिवसीय महोत्सव का आयोजन निश्चित हुआ है। सर्व कार्यक्रम के साथ विशिष्ट आयोजन के रूप में १२ किलो चांदी के चलित शिवलिंग की स्थापना ८ मार्च को पूर्व राज्यपाल रामनाईक एवं मुंबई भाजपा अध्यक्ष वि. एड.आशीष शेलार, सांसद गोपाल शेट्टी, सर्व विधायक गण, मंडपेश्वर उत्सव समिति के पदाधिकारी के उपस्थिति में होगी।
संपूर्ण कार्यक्रम ६ मार्च बुधवार को अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ अनिरुद्ध तिवारी द्वारा होगा।
७ मार्च गुरुवार को हवन एवं साथ ही प्रीति सिंह द्वारा शिव चर्चा, और शाम को भजन कीर्तन कार्यक्रम होंगे।
८ मार्च शुक्रवार महाशिवरात्रि को लघु रुद्र पूजा,और शाम को गणपत बुवा पाटिल द्वारा भजन संध्या, साथ ही छः बजे के पश्चात केरल तिरुवथिरकली पारंपरिक नृत्य अनेक गणमान्य कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
इस सम्पूर्ण महोत्सव में आमंत्रित करने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी द्वारा दृश्य श्रव्य निवेदन भी जारी किया गया है।
पहली बार मंडपेश्वर गुफा के सौंदर्यकरण निमित्त अनेक नवीन उपक्रम आयोजित किए गए हैं और इस भव्य वास्तु का कायाकल्प पुरातत्व विभाग द्वारा सांसद गोपाल शेट्टी के मार्गदर्शन में हो रहा है।
सर्व हिंदू समाज बड़ी संख्या में परिवार समेत आकर इस दर्शन का लाभ लेंगे ऐसा मंडपेश्वर उत्सव समिति का कहना है।