Saturday, December 27, 2025
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कोर्ट फैसले के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) श्रीराम कुशवाहा जिला सचिव भाकपा माले ने जिला अधिकारी के माध्यम से एक मांग पत्र राष्ट्रपति को संबोधित सौंपा इन्होंने लिखा की हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए न्यायिक अन्याय की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। सत्ता और शक्तिशाली गठबंधन ने गरीबों के लोकतांत्रिक संघर्ष के साथ गंभीर अन्याय किया है। 1995 में देवरिया जिले के बलिवन खास गांव में सामंती वर्चस्व के खिलाफ जनप्रतिरोध संघर्ष में दो लोग शहीद हो गये। दबंगों की गोली से एक महिला और एक बच्चे की जान चली गई और सीपीआई (एमएल) उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी के सदस्य राम किशोर वर्मा बुरी तरह घायल हो गए । किसी तरह उसकी जान बच गयी । वह एक वकील भी हैं।
देवरिया की सेशन कोर्ट ने चार में से तीन हत्यारों को बरी कर दिया। केवल एक व्यक्ति को दोषी पाया गया और सजा सुनाई गई, जबकि दूसरे पक्ष के 40 लोगों को दोषी पाया गया और 16-2-2024 को दस साल की कैद और जुर्माने के साथ जेल भेज दिया गया।इन 40 लोगों में रामकिशोर वर्मा, छोटेलाल कुशवाहा, सीपीआई (एमएल) और जनसंगठनों के नेता और कई कार्यकर्ता शामिल हैं। जेल भेजे गए आधे से अधिक ग्रामीण 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और लगभग सभी भूमिहीन और गरीब हैं।
जिस मामले में सजा सुनाई गई, उसमें गरीब लोग गांव के एक दबंग परिवार के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे। दबंग परिवार अपराधियों के साथ मिलकर ग्रामीणों से बेगारी करवाता था, सूदखोरी करता था, अन्य सामंती तरीकों से गरीबों का शोषण और दमन करता था, जिससे मुक्ति के लिए ग्रामीण गरीबों ने तत्कालीन भारतीय के नेतृत्व में लोकतांत्रिक तरीके अपनाए। उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया।
शोषण से मुक्ति के उचित संघर्ष में गरीबी और उसके नेताओं को दंडित किया गया है। ये गरीबों की आवाज है
कैद करने की कोशिश हो रही है। यह लोकतंत्र की लड़ाई और समतामूलक समाज के निर्माण के प्रति अन्याय है यह राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। जेल और दमन के जरिए विपक्ष को चुप कराने की कोशिश हो रही है।
ये बीजेपी की साजिश है इसी साजिश के तहत मीरजापुर जिले में सीपीआई (एमएल) से जुड़े रामसागर पुत्र बहादुर (निवासी ग्राम पुरानीपुर, थाना क्षेत्र लालगंज) समेत दर्जनों ग्रामीणों को जिला बदर करने का आदेश जारी किया गया है इतना ही नहीं, पार्टी नेताओं को गाजीपुर, आजमगढ़ और सीतापुर में फर्जी मुकदमों में भी अभियुक्त बनाया गया है।
इस साजिश और अन्याय के खिलाफ आज पार्टी द्वारा मनाए गए राज्यव्यापी विरोध दिवस के माध्यम से हम मांग करते हैं कि राम किशोर वर्मा और पार्टी कार्यकर्ताओं समेत सभी 40 ग्रामीण गरीबों को ससम्मान बरी करने के लिए आपके स्तर से जो भी संभव कदम हो उठाया जाए। साथ ही मिर्जापुर में जिला बदलने की कार्रवाई और गाजीपुर, आजमगढ़ और सीतापुर में फर्जी मुकदमे को रद्द किया जाए।

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