November 22, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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अविश्वास प्रस्ताव: हैंसर ब्लाक प्रमुख के विरुद्ध 72 सदस्य तो पक्ष में 13

कालिंदी देवी ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिल के विकास खण्ड हैंसर बाजार की प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के पश्चात 99 क्षेत्र पंचायत में से 95 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने भाग लिया। जिसमें से 10 मत अवैध घोषित हुआ। वहीं प्रमुख के विरुद्ध 72 सदस्य तो उनके पक्ष में मात्र 13 बीडीसी रहे।
चार बीडीसी सदस्यों के बाहर होने की वजह से मतदान में भाग नहीं ले पाए। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक पूरा प्रशासन सक्रिय रहा ब्लॉक मुख्यालय छावनी में तब्दील रहा।
ज्ञात हो कि हैंसर बाजार की ब्लाक प्रमुख जयंतीरा देवी के विरुद्ध कालिंदी देवी पत्नी धनघटा विधायक गणेश चंद्र चौहान विगत माह अगस्त 22 को 76 बीडीसी के साथ मोर्चा खोलते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के सामने सदस्यों ने शपथ पत्र देकर ब्लाक प्रमुख को हटाने की मांग की थी। आरोप लगाया था कि वह मात्र रबर स्टैंप हैं और सारा काम पूर्व प्रमुख प्रिंस अगम सिंह देखते हैं। जो आए दिन सदस्यों को धमकी देते हैं और बेइज्जत करते रहते हैं।
जिसके दृष्टिगत जिलाधिकारी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 08 सितंबर का दिन घोषित किया था। लेकिन अचानक से एसडीएम के अवकाश पर चले जाने पर प्रशासन ने घोषित तिथि को मतदान न कराते हुए अनिश्चित काल के लिए टाल दिया था।
जिसके विरुद्ध कालिंदी देवी ने उच्च न्यायालय, प्रयागराज की शरण ली थी। तब न्यायालय ने जिला प्रशासन को आदेश दिया कि जल्द से जल्द तिथि तय करते हुए मतदान करा उसे बताया जाए। आदेशों के क्रम में तत्कालीन जिलाधिकारी ने 30 सितंबर को मतदान कराने का शपथ पत्र कोर्ट को दिया था।
अविश्वद प्रस्ताव पर मतदान और चर्चा को लेकर सुबह से ही क्षेत्र में गहमा-गहमी रही और प्रशासन ने ब्लाक परिसर के पांच सौ मीटर परिधि के क्षेत्र को किले में तब्दील कर दिया था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा परिसर में किसी का भी प्रवेश वर्जित था। सिर्फ बीडीसी सदस्य ही अंदर जा सकते थे।
सुबह सबसे पहले कालिंदी देवी के समर्थक बीडीसी अंदर प्रवेश किए फिर जयंतीरा देवी के समर्थक सदस्य अंदर पहुंचे और कार्यवाई शुरु हुई। सुबह से प्रारंभ मतदान दिन में 4 बजे समाप्त हुआ। परिणाम प्रमुख के विरुद्ध गया और उनके पक्ष मात्र में 13 बीडीसी और विरुद्ध में 72 सदस्यों ने मतदान किया। इस प्रकार से कालिंदी देवी विजयी घोषित हुईं।