December 24, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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क्षय रोग उन्मूलन में धर्म गुरुओं का योगदान महत्वपूर्ण: डीटीओ

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा) राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के धर्मगुरुओं के साथ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में बैठक की गई । मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में हुई बैठक के दौरान धर्मगुरूओं ने टीबी उन्मूलन में योगदान का संकल्प लिया । इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि क्षय उन्मूलन में धर्मगुरूओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि  देश ने वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त करने का संकल्प लिया है। यह तभी संभव है कि जब लोग जागरूक हों । इसके लिए हमें समुदाय को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है ताकि वह क्षय रोग के लक्षण दिखने पर स्वयं जांच के लिए आगे आयें। इसमे धर्म गुरुओं की भूमिका काफी अहम है क्योंकि इन पर समुदाय की आस्था है। अगर यह लोग टीबी के प्रति समुदाय को जागरूक करेंगे तो लोगों को ज्यादा विश्वास होगा। ऐसे मे लोग बढ़-चढ़कर टीबी की जांच के लिए आगे आएंगे।
डीटीओ ने बताया कि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, बुखार आना, वजन में लगातार कमी आना, रात में पसीना आना और भूख न लगना टीबी के पांच प्रमुख लक्षण है । यदि इन लक्षणों को समय से पहचान लें तो नियमित इलाज से यह रोग पूर्णतया ठीक हो सकता है।
जिला कार्यक्रम समन्यवक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत टीबी का इलाज सरकारी प्रावधानों के तहत किया जाता है।इलाज चलने तक निक्षय पोषण योजना के तहत सरकार द्वारा मरीज के खाते में 500 रूपये की धनराशि प्रतिमाह भेजी जाती है । मरीज के ठीक होने में दवा और इलाज के साथ साथ पोषण की भूमिका अहम होती है ।
इस दौरान एसीएमओ डॉ संजय गुप्ता, पुजारी श्रीप्रकाश पांडेय, पंडित मुन्ना कुमार मिश्रा, राजू मिश्रा, अजरुद्दीन खान, अरुण एल्फट, सरदार  दामोदर सिंह और डॉ रुदल प्रमुख तौर पर  मौजूद रहे।
 
जिले में हैं तीन हजार से अधिक टीबी मरीज

  जिला कार्यक्रम समन्यवक ने बताया कि जनवरी 2023 नवम्बर 2023 तक  3373 टीबी के मरीज मिले हैं। 25 नवंबर से जिले में शुरू हुए सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान में अब तक 1100 संभावित टीबी मरीजों की जाँच की जा चुकी है।