डीएम की अध्यक्षता में कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई आयोजित
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग द्वारा संचालित विकासपरक/लाभार्थीपरक योजनाओं में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति, गुणवत्ता एवं कार्य योजना से सम्बंधित समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार उपस्थित रहे।
कृषि विभाग के कार्यो/योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री डैसबोर्ड पर प्रदर्शित आकड़ों के सापेक्ष योजनावार समीक्षा की गयी। उप निदेशक कृषि राकेश सिंह द्वारा बताया गया कि रबी की बुआई हेतु जनपद में मांग के सापेक्ष उर्वरक(यूरिया/डीएपी) एवं बीजों की पर्याप्त उपलब्धता है। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय उर्वरक विक्रेता समिति के सदस्यों से भी किसान हित में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा किया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को निर्धारित मूल्य पर, गुणवत्ता युक्त उर्वरक, पी ओ एस मशीन से उपलब्ध कराने हेतु नियमित रूप से छापा क्षेत्र भ्रमण करें। भारत सरकार द्वारा पी0एम0 प्रणाम योजना संचालित की जा रही है, योजना का उद्देश्य है कि खेती में अंधाधुन उर्वरकों को नियंत्रित किया जाए।
जिलाधिकारी ने फसल की पैदावार बढ़ाने तथा भूमि की उर्वरा शक्ति बरकरार रखने के दृष्टिगत किसान भाईयों से रासायनिक उर्वरकों का कम प्रयोग करने तथा जैविक खादों/ऑर्गेनिक खादों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने की अपील किया है। जिलाधिकारी द्वारा डीएपी एवं यूरिया के प्रेषण की निगरानी सतत रूप से किए जाने हेतु सम्बंधित अधिकारी को निर्देश दिए गए साथ ही जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जनपद के प्रगतिशील कृषक जो उद्यम विकासशीलता रखते हैं और खेती किसानी में अच्छा कार्य कर रहे हैं अथवा अच्छा कार्य करना चाहते हैं उनकी सहभागिता कृषि के कार्यक्रमों में बढ़ाई जाए। बैठक में सोलर पम्पों के सापेक्ष सरकार द्वारा दिये जाने वाले अनुदान एवं इसके लाभों का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये।
समीक्षा के दौरान समय से कृषकों को कृषि यंत्रों को उपलब्ध कराया जाना, मिलेट्स (श्री अन्न) पुनुरूद्धार कार्यक्रम के तहत किसान भाईयों में जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार, परम्परागत कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना, फसली ऋण योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सहित सभी कार्यक्रम/योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी द्वारा आवश्यक बिन्दुओं पर दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन दिया गया।
इसी क्रम में जिलाधिकारी द्वारा पशुपालन विभाग के कार्यो की समीक्षा के दौरान पशुओं का टीकाकरण, गोवंश संरक्षण सहित अन्य कार्यक्रम की आकड़ेवार समीक्षा करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वृहद अभियान चला कर सड़कों पर धूम रहें गोवंशों को गोशालाओं में संरक्षित किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड, नगर पंचायत में कम से कम एक-एक कैटल कैचर की व्यवस्था कराई जाए तथा नगर पालिका में आवश्यकतानुसार कैटल कैचर रखा जाए। विगत समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश के बावजूद अभी तक निराश्रित गोवंश संरक्षण अभियान हेतु ब्लॉक लेवल पर कैटल कैचर खरीदने के बारे में शिथिलता बरतने पर काफी अप्रसन्नता ब्यक्त की गई तथा सीडीओ को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक खंड विकास अधिकारी को निर्देशित करें कि एक सप्ताह के भीतर कैटल कैचर खरीद कर आख्या उपलब्ध कराई जाए। इसमें किसी भी तरह प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बताया गया कि आगामी 29 तारीख तक उनके द्वारा कैटल कैचर खरीद लिया जाएगा। गोवंश संरक्षण की समीक्षा के दौरान जनपद में संरक्षित गोवंशों के सापेक्ष आकड़ों में भिन्नता पाये जाने पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करके गोवंश संरक्षण आश्रय स्थलवार समीक्षा की जाए और पिछले दो महीने की ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए साथ ही गो-आश्रय स्थलों और किसान सहभागिता योजना अंतर्गत दिए गए गोवंश का जियो टैगिंग करने के बारे में भी निर्देशित किया गया। बृहद गो-आश्रय स्थल भगौसा को जल्द से जल्द हैंडोवर कराकर उस गो आश्रय स्थल में केवल नन्दी को ही संरक्षित करने हेतु निर्देशित किया गया तथा साथ ही सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा गोवंश संरक्षण योजना अंतर्गत 40 गोवंश के संचालन की कार्य योजना की संभावना की भी जानकारी हेतु मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद द्वारा विभाग की समस्त योजनाओं यथा टीकाकरण, अंडा उत्पादन, गोवंश संरक्षण के बारे में विस्तृत रूप से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया साथ ही गोवंश संरक्षण हेतु 24 चेकलिस्ट बिंदुओं पर अवगत कराया गया कि गोवंश संरक्षण की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी के हस्ताक्षर से शासन को भेजी जाएगी तथा साथ ही अवगत कराया गया की अभियान के तहत जनपद में नगर पालिका क्षेत्र खलीलाबाद से अब तक 24 गोवंश का संरक्षण कर लिया गया है तथा सभी खंड विकास अधिकारी द्वारा कैटल कैचर खरीद का कार्य प्रगति पर है साथ ही समस्त विकासखंड स्तर पर गोवंश संरक्षण हेतु टीम का भी गठन कर लिया गया है।
मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी मत्स्य विजय कुमार मिश्र द्वारा बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं में अनुसूचित जाति श्रेणी एवं महिला श्रेणी में कुल 28 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें से सत्यपनोंपरांत 24 आवेदक पात्र पाए गए तथा जिला स्तरीय समिति द्वारा 24 पात्र आवेदकों का रेंडमाइजेशन कराया गया।
इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर दिपांशी राठौर, उप कृषि निदेशक डा. राकेश कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी पीसी विश्वकर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी शशांक, सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज सहित सम्बंधित आदि उपस्थित रहे।
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