
लिपिक विनोद कुमार पाण्डेय डी आई ओ एस ऑफिस में तैनात थे
आजमगढ़ ( राष्ट्र की परम्परा ) जानकारी के अनुसार पिछले माह संस्कृत विद्यालयों में हुई शिक्षक भर्ती में एक अभ्यर्थी से दो लाख रुपये रिश्वत लेने के संबंध में जेडी ने, डीआईओएस कार्यालय में तैनात लिपिक विनोद पाण्डेय को सस्पेंड कर दिया है। इस बीच, मामले में निदेशक ने डीआईओएस और पटल सहायक को तलब किया है। डीआईओएस कार्यालय में विनोद कुमार पांडेय की संस्कृत विद्यालयों के पटल पर तैनाती थी। पिछले माह संस्कृत विद्यालयों में मानदेय पर शिक्षकों की भर्ती हुई थी। इसमें अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगा था, शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उप शिक्षा निदेशक संस्कृत सीएल चौरसिया ने जांच टीम गठित कर दी। इस बीच डीआईओएस ने लिपिक को उसके मूल तैनाती स्थल राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खरांटी भेज दिया। लिपिक विनोद पांडेय का सोशल मीडिया पर आडियो वायरल हो रहा था। एक अनुदानित संस्कृत विद्यालय का प्रबंधक लिपिक से दो शिक्षक की नियुक्ति के लिए दिए गए दो लाख रुपये लौटाने को लेकर विवाद करते हुए सुनाई दे रहा है। संयुक्त शिक्षा निदेशक ने इसका संज्ञान लेकर जांच कराई। और लिपिक विनोद कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया है। उसे जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जाफरपुर में संबद्ध किया गया है।
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