बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) नानपारा आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, नानपारा द्वारा पोषण माह के उपलक्ष पर स्वास्थ्य में पोषक थाली की उपयोगिता विषय पर दो दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 21 से 22 सितंबर 2022 तक आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ0 के0एम सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्तिओं को बताया कि जो हमारे शरीर को भरपूर मात्रा मे पोषक तत्व प्रदान करे, बुद्धि के विकास के लिए लाभदायक हो, शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शरीर को हजारो बीमारियों से लड़ने की ताकत दे तथा शरीर को 24 घंटो तक ऊर्जा देता रहे, वही संतुलित आहार कहलाता है। केंद्र की गृह विज्ञानिक डॉ0 रेनू आर्या ने प्रशिक्षणार्थियों से पोषण थाली बनवाई एवं उसमें हर तत्व का महत्व समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि पोषण वाटिका से घर में सब्जियाँ लगा कर इन सब्जियों को घर में काम लेकर परिवार के पोषण को सुधारा जा सकता है। इस हेतु प्रत्येक घर में गृहवाटिका लगायी जाए जिससे गर्भवती, धात्री व किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार हो सके। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वी.पी. सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को गमला विधि द्वारा पोषण वाटिका लगाने के बारे में जानकारी दी। डाॅ हर्षिता ने मोटे अनाज की उपयोगिता के बारे में बताया तथा बताया कि रिफाइंड अनाजों जैसे सफेद चावल और मैदे से बनी ब्रेड खाने से बचें। इसके स्थान पर ब्राउन और साबुत अनाज वाली ब्रेड को अपनी डाइट में शामिल करें जिनमें फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। डॉ मनीष कुमार ने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन के साथ साथ योग एवं व्यायाम भी अति आवश्यक है। डॉ अरुण कुमार ने पोषण वाटिका के लिए उपयुक्त सब्जी एवं फलों की प्रजातियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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