नयी दिल्ली एजेंसी।दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र का के अंतिम दिन बीजेपी की तरफ से अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ अविस्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में थी। लेकिन अब बीजेपी अपने अविश्वास प्रस्ताव से पीछे हट गई है। विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए आवश्यक संख्याबल जुटाने में विफल रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज दिल्ली में आप सरकार के खिलाफ अपना अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता, भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी ने घोषणा की थी कि वे भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। लेकिन प्रस्ताव पर चर्चा के योग्य होने के लिए, इसे 70 सदस्यीय विधानसभा के पांचवें हिस्से के समर्थ की आवश्यकता थी।
बीजेपी को चाहिए थे 14 वोट वर्तमान में, दिल्ली विधानसभा में उनके 8 विधायक हैं, जबकि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के पास 62 विधायक हैं। प्रस्ताव वापस लेने के बाद बिधूड़ी ने कहा कि वे सदन में अलग से भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे। भाजपा ने एक बयान में कहा कि आप सरकार को पद पर बने रहने का कोई नैतिक या संवैधानिक अधिकार नहीं है क्योंकि उसके दो मंत्री जेल में हैं और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। बिधूड़ी ने यह भी मांग की कि बजट सत्र बढ़ाया जाए ताकि प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जा सके।
उन्होंने कहा कि बजट सत्र केवल पांच दिनों के लिए बुलाया गया है, जिसमें से केवल दो दिनों के लिए प्रश्नकाल का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया, “यह विधायकों के अधिकारों पर हमला करने जैसा है और यह सरकार लगातार विधायकों के अधिकारों को लूट रही है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 1/5 विधायकों (14 विधायक)की संख्या की जरूरत होती है। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने नियम 55 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा की मांग उठाई है।
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