Thursday, October 16, 2025
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रामलीला में ताड़का वध प्रसंग का हुआ मंचन, हर्षित हुए श्रद्धालु

कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा) दुदही विकास खण्ड के ग्राम पंचायत दुमही के देवामन दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन, शुक्रवार की रात्रि रामलीला मे ताड़का वध प्रसंग का मंचन किया गया।
मंचन में दिखाया जाता है कि ऋषि विश्वामित्र यह कर रहे हैं जिसमें असुर व्यवधान करते हैं। ऋषि दशरथ के पास जाते हैं, और यह रक्षा के लिए राम-लक्ष्मण को सौंपने को कहते हैं। पिता की आज्ञा के बाद श्रीराम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के साथ चल देते हैं, वहां उन्हें पता चलता है कि ताड़का एक मायवी राक्षसनी है जो मन मुताबिक अपना रूप बदल सकती है। जब ताड़का श्रीराम के सामने आती है वो उन डराने की कोशिश करती है, लेकिन श्रीराम अपने एक बाण से ताड़का को शक्तिहीन कर देते हैं और उस मायवी राक्षसी का वध हो जाता है। विश्वामित्र ये देख अत्यंत प्रसन्न हो जाते हैं राम को कई दिव्य अस्त्र प्रदान करते हैं, विश्वामित्र बताते हैं कि इन अस्त्रों के जरिए श्रीराम हर राक्षस का अंत कर सकेंगे। फिर विश्वामित्र सभी साधु संतो संग अपना महायज्ञ शुरू करते हैं। इस बीच जब भी कोई असुर यज्ञ में बाधा बनने की कोशिश करता है, श्रीराम उनका अंत करते रहते हैं। इस तरह से श्रीराम ने साधु-संतों को असुरों के आतंक से मुक्ति दिलवाई।
कथावाचक पं. राम अवध शुक्ल ने भगवान राम के चरित्र का वर्णन करते हुए अनुसरण की सलाह दी। इस दौरान यजमान नगीना दास, अशोक बरनवाल, महेंद्र कुशवाहा, दिलीप राय, रमाकांत पाण्डेय, जिपंस मुकेश गुप्ता, भाजपा नेता जितेन्द्र गुप्ता, विनय सिंह, उपेन्द्र आर्य, राजकुमार खरवार, सुरेंद्र गुप्ता, विनोद शर्मा, दहारी चौहान, दुर्गेश खरवार धुरखेली कनौजिया, राधेश्याम पासवान, उमेश आर्य प्रिंस शुक्ला, पिंकू खरवार, रंजन सिंह आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

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