टीचर्स ऑफ बिहार मंच: शिक्षकों और छात्रों को जोड़ने वाला बिहार का सबसे सशक्त शैक्षणिक प्लेटफॉर्म
पटना (राष्ट्र की परम्परा)।बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और छात्रों के सीखने के स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में टीचर्स ऑफ बिहार मंच ने एक उल्लेखनीय पहचान स्थापित की है। डिजिटल युग में शिक्षकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़कर सकारात्मक शैक्षणिक बदलाव लाने वाला यह मंच अब एक जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। हजारों शिक्षकों और लाखों छात्रों को लाभान्वित करते हुए यह मंच बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की मजबूत मिसाल पेश कर रहा है।
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मंच के संस्थापक शिव कुमार और टेक्निकल टीम लीडर ई. शिवेंद्र प्रकाश सुमन के अनुसार, टीचर्स ऑफ बिहार मंच का लक्ष्य है कि राज्य के हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण, आधुनिक और सुलभ शिक्षा पहुँचे। मंच के माध्यम से शिक्षक अपने अनुभव, नवाचार और डिजिटल शिक्षण तकनीकों को साझा करते हैं, जिससे कक्षा-कक्ष में पढ़ाई अधिक प्रभावी और रोचक बन रही है। मंच वीडियो-आधारित लर्निंग, ई-कंटेंट, डिजिटल टूल, टेक-सक्षम शिक्षण गतिविधियों और नवीन शैक्षणिक मॉडल से शिक्षकों को जोड़ रहा है।
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प्रदेश प्रवक्ता रंजेश कुमार और प्रदेश मीडिया संयोजक मृत्युंजय कुमार ने बताया कि टीचर्स ऑफ बिहार मंच ने हजारों शिक्षकों को नई पहचान और दिशा दी है। मंच की मास्टरक्लास, नवाचारी वीडियोज, कहानी आधारित शिक्षण, मोटिवेशनल अभियान और डिजिटल लर्निंग प्रोजेक्ट ने बच्चों के सीखने के स्तर को तेजी से बढ़ाया है। वहीं, वेबिनार, प्रशिक्षण सत्र और कार्यशालाओं ने जिला स्तर पर सकारात्मक शैक्षणिक माहौल तैयार किया है।
इवेंट लीडर केशव कुमार ने कहा कि मंच द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम, इनोवेटिव टीचिंग कैंप और छात्र क्रिएटिविटी फेस्ट बच्चों की अभिरुचि और कौशल को निखारने में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं।
टीचर्स ऑफ बिहार मंच आज राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक और स्थायी परिवर्तन की नींव बन चुका है, जो आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल करने की ओर एक बड़ा कदम है।
