दिन में सिर्फ 4 नोट चलाकर बनाता था पुलिस को चकमा, घर से 30 लाख का रॉ मटेरियल जब्त
भोपाल/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पुलिस ने नकली मुद्रा का बड़ा नेटवर्क तोड़ते हुए देवरिया के एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी विवेक यादव, जो देवरिया जिले के मईल थाना क्षेत्र के मुरारबारी इसारु गांव का रहने वाला है, लंबे समय से भोपाल और आसपास के इलाकों में नकली नोटों की सप्लाई कर रहा था।
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‘धीमी चाल, बड़ा खेल’— दिन में सिर्फ 3–4 नोट
पुलिस की पूछताछ में विवेक ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह संदेह से बचने के लिए रोजाना केवल 3 से 4 नकली 500 रुपये के नोट ही चलाता था। उसकी रणनीति छोटे कारोबारियों—पान की दुकानों, चाय-नाश्ता केंद्रों, किराना और सड़क किनारे होटलों—को निशाना बनाने की थी, जहां नोटों की जांच कम होती है। इसी ‘स्लो एंड स्टेडी’ तरीके ने उसे महीनों तक पुलिस की नज़रों से दूर रखा।
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किराए के घर में मिली मिनी करेंसी फैक्ट्री
पिपलानी क्षेत्र में विवेक के किराए के कमरे पर छापेमारी में पुलिस दंग रह गई। यहां से ₹500 के 428 नकली नोट और 30 लाख रुपये से अधिक मूल्य का उच्च गुणवत्ता वाला रॉ मटेरियल व उपकरण बरामद किया गया। पुलिस का शक है कि विवेक किसी बड़े संगठित गिरोह का हिस्सा है, क्योंकि बरामद मशीनें एडवांस लेवल की हैं।
दुकानदार की सतर्कता से खुला पूरा रैकेट
कहानी की सबसे बड़ी कड़ी एक जागरूक दुकानदार निकला जिसने नकली नोट पहचानकर पुलिस को सूचना दी। जब विवेक दोबारा उसी दुकान पर नोट चलाने पहुंचा, तो उसे मौके पर ही पकड़ लिया गया।
देवरिया पुलिस भी सक्रिय
भोपाल पुलिस ने देवरिया पुलिस को सूचना भेज दी है। अब दोनों जिलों की टीमें मिलकर इस नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। विवेक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
