नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हरियाणा के फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक और आईईडी बनाने की सामग्री बरामद करने के बाद, राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस मामले में एक डॉक्टर की गिरफ्तारी ने सनसनी फैला दी है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस घटना पर विवादित टिप्पणी कर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
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बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि “यह घटना 1993 के मुंबई बम धमाकों से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती थी। बाबा बागेश्वर की यात्रा के दौरान हजारों लोग मौजूद थे, यदि उन पर हमला होता तो भयानक स्थिति बन सकती थी।” उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की सतर्कता की सराहना करते हुए कहा कि “मोदी सरकार ने साजिश को समय रहते विफल कर दिया।”
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हालांकि, गिरिराज सिंह का अगला बयान विवाद का कारण बन गया। उन्होंने कहा, “जब भी आतंकवादी पकड़े जाते हैं, वे हमेशा एक ही समुदाय से क्यों होते हैं? जो लोग कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, उनसे पूछना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों है?”
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उन्होंने विपक्षी नेताओं — राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव, अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी — पर भी हमला बोला, यह कहते हुए कि “ऐसे गंभीर मामलों पर उनकी चुप्पी निंदनीय है।”
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बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने जांच के दौरान भारी मात्रा में आईईडी बनाने की सामग्री, गोला-बारूद और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ भी इसमें शामिल हैं।
गिरिराज सिंह इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। बिहार चुनाव प्रचार के दौरान “नमक हराम” बयान पर उन्हें कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
