
लखनऊ।(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रविवार को पशुओं में फैल रहे लम्पी रोग की रोकथाम और उपचार की स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा की। लखनऊ में आयोजित बैठक में उन्होंने प्रमुख सचिव, पशुधन एवं दुग्ध विकास अमित कुमार घोष समेत विभागीय अधिकारियों के साथ प्रभावित जनपदों में की जा रही त्वरित कार्यवाही की जानकारी ली।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश के चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, मऊ, संतकबीरनगर और महराजगंज जनपदों में गोवंशीय पशु लम्पी रोग से प्रभावित पाए गए हैं। इन जनपदों में कुल 14 लाख 54 हजार 88 गोवंश दर्ज हैं, जिनमें से अब तक 5091 पशु संक्रमित पाए गए हैं। राहत की बात यह रही कि उपचार के बाद 4325 गोवंश पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 1006 गोवंश का इलाज फिलहाल जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में पशुचिकित्सकों की विशेष टीमें तैनात की गई हैं। दवाओं और वैक्सीन की आपूर्ति नियमित रूप से की जा रही है। गांव-गांव तक पशुपालकों को बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीकों की जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित जनपदों में विशेष सतर्कता बरती जाए। बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने और उनके नियमित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता और त्वरित उपचार में किसी प्रकार की ढिलाई न बरतने की सख्त चेतावनी भी दी।
मंत्री ने कहा कि लम्पी रोग से निपटने के लिए सरकार हर स्तर पर तत्पर है और पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है। समय पर इलाज से पशु पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं।