
गोलाघाट (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने नए इथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद रहे। इससे पहले पीएम मोदी ने दरांग जिले में भी कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
‘विकसित असम, विकसित भारत’ की दिशा में बड़ा कदम
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन ‘विकसित असम, विकसित भारत’ की गौरव यात्रा में ऐतिहासिक है। उन्होंने बताया कि असम को आज लगभग 18,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली हैं, जो राज्य के उद्योग, ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के विकास को नई गति देंगी।
ऊर्जा क्षेत्र में नई क्रांति का सूत्रपात
पीएम मोदी ने कहा कि असम भारत की ऊर्जा शक्ति को सशक्त बनाने वाला राज्य है। यहां के पेट्रोलियम उत्पाद देश की अर्थव्यवस्था और प्रगति में अहम योगदान देते हैं। नुमालीगढ़ में बने बायो-इथेनॉल संयंत्र की विशेषता यह है कि यह बांस से इथेनॉल बनाएगा। इसके साथ ही एक पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट का भी शिलान्यास किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं युवाओं को रोजगार, किसानों को नया बाजार और राज्य को आत्मनिर्भर ऊर्जा के क्षेत्र में पहचान दिलाएंगी।
कांग्रेस पर तीखा हमला
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने असम और पूरे नॉर्थ-ईस्ट को अलगाव, हिंसा और विवाद दिए, जबकि हमारी डबल इंजन सरकार विकास और विरासत दोनों को संजो रही है।”
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि उनकी सरकार ने असमिया भाषा को ‘क्लासिकल लैंग्वेज’ का दर्जा दिया और लाचित बोरफुकन की वीरता को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य असम को आधुनिक उद्योगों से संपन्न और सांस्कृतिक धरोहर से गौरवान्वित करना है।