नई दिल्ली,(राष्ट्र की परम्परा डेस्क)भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और एनडीए प्रत्याशी श्री चंद्रपुरम पोन्नुसामी (सी.पी.) राधाकृष्णन ने शुक्रवार को देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई।

संविधान के प्रावधानों के अनुसार, उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। इस प्रकार सी.पी. राधाकृष्णन अब राज्यसभा के सभापति का दायित्व भी संभालेंगे।
🗳️ चुनाव प्रक्रिया एवं परिणाम
उपराष्ट्रपति चुनाव में सी.पी. राधाकृष्णन एनडीए की ओर से उम्मीदवार थे, जबकि विपक्षी गठबंधन आईएनए/इंडिया ब्लॉक ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा था।
कुल सांसद: 781
मतदान: 767
मान्य वोट: 752 (15 वोट अमान्य घोषित)
राधाकृष्णन को 452 वोट
सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट
👉 152 वोटों के अंतर से राधाकृष्णन विजयी रहे।
👤 पृष्ठभूमि एवं व्यक्तित्व
जन्म: 4 मई 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
शिक्षा एवं व्यवसाय: परिधान (Garment) निर्यात व्यवसाय से जुड़े
राजनीति की शुरुआत: आरएसएस व जनसंघ से; तमिलनाडु भाजपा में सक्रिय भूमिका निभाई
सांसद: कोयंबटूर से लोकसभा सदस्य रहे
पद: तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष, विभिन्न संसदीय समितियों में योगदान
राज्यपाल के रूप में सेवा: महाराष्ट्र, झारखंड, अतिरिक्त प्रभार में तेलंगाना और पुदुचेरी के उपराज्यपाल भी रहे

शपथ ग्रहण के बाद उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके अलावा उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय तथा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी नमन किया।