
मुंबई (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों से पहले महाराष्ट्र की सियासत में हलचल तेज हो गई है। बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अचानक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से उनके दादर स्थित आवास शिवतीर्थ पर मुलाकात की। इस दौरान उद्धव के साथ शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत और विधान परिषद सदस्य अनिल परब भी मौजूद रहे।
करीब ढाई घंटे तक चली इस बंद कमरे की बैठक में मनसे के वरिष्ठ नेता बाला नंदगांवकर और संदीप देशपांडे भी शामिल हुए। मुलाकात ने यह अटकलें तेज कर दी हैं कि मुंबई नगर निगम चुनाव से पहले शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की नींव रखी जा रही है।
हालांकि, भाजपा ने इस बैठक को राजनीतिक महत्व न देते हुए इसे पारिवारिक रिश्तों से जोड़ने की कोशिश की। मुंबई भाजपा अध्यक्ष और विधायक अमित साटम ने कहा –
“मुंबई के नागरिकों को नेताओं की मुलाकात या पारिवारिक रिश्तों से ज्यादा चिंता विकास की है। अटल सेतु, कोस्टल रोड, वर्ली और आसपास के बीडीडी चॉल पुनर्विकास और पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरों के विशाल नेटवर्क जैसे कार्य ही चुनाव में असली मुद्दे होंगे।”
उद्धव-राज की इस अप्रत्याशित मुलाकात ने महा विकास अघाड़ी और भाजपा दोनों खेमों की राजनीति में नई सरगर्मी पैदा कर दी है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या दोनों भाई बीएमसी चुनाव में एकसाथ आते हैं या यह सिर्फ शिष्टाचार भेंट भर थी।