नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और अपने प्रचार व व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा की मांग की। अभिनेता ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह वेबसाइटों और विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को उनकी तस्वीरों, फर्जी वीडियो और अश्लील सामग्री का इस्तेमाल करने से रोके।

न्यायमूर्ति तेजस करिया ने मामले की सुनवाई करते हुए अभिषेक बच्चन के वकील से अदालत द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने को कहा और अगली सुनवाई के लिए समय दोपहर 2:30 बजे तय किया।

अभिनेता की ओर से पेश अधिवक्ता प्रवीण आनंद ने अदालत को बताया कि प्रतिवादी पक्ष अभिषेक बच्चन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और डीपफेक तकनीक के जरिए वीडियो बना रहे हैं, जिनमें फर्जी हस्ताक्षर वाली तस्वीरें और अश्लील सामग्री शामिल है। इस कार्यवाही में उनके साथ अधिवक्ता अमित नाइक, मधु गडोदिया और ध्रुव आनंद भी मौजूद रहे।

ऐश्वर्या राय ने भी दायर की थी याचिका

गौरतलब है कि मंगलवार को अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने भी दिल्ली उच्च न्यायालय में इसी तरह की याचिका दाखिल की थी। उन्होंने अदालत से आग्रह किया था कि उनके नाम, छवि, व्यक्तित्व और आवाज़ का उनकी सहमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल रोका जाए।

ऐश्वर्या की याचिका में कहा गया है कि कुछ प्रतिवादी, जिनमें कई अज्ञात पक्ष भी शामिल हैं, एआई और डीपफेक तकनीक का उपयोग कर उनका चेहरा अश्लील वीडियो और तस्वीरों में जोड़ रहे हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा और गरिमा को गंभीर नुकसान पहुँच रहा है।

न्यायमूर्ति करिया ने मौखिक रूप से संकेत दिया कि अदालत प्रतिवादियों को चेतावनी देते हुए एक अंतरिम आदेश पारित कर सकती है।