काठमांडू (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन हटाए जाने के बावजूद हालात काबू में नहीं आ पा रहे हैं। प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं। राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में विरोध प्रदर्शन और उग्र होता जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में नेपाली कांग्रेस कार्यालय, उप प्रधानमंत्री, गृह मंत्री समेत कई मंत्रियों के घरों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रधानमंत्री ओली की पार्टी के दफ्तर में भी आग लगा दी। पुलिस और सुरक्षा बलों को हालात काबू में लाने के लिए तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि नेपाल सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया पर लगाया गया बैन वापस ले लिया है। सरकार का कहना है कि बैन हटाने का फैसला जनभावनाओं को देखते हुए लिया गया। लेकिन प्रदर्शनकारी इसे लेकर शांत नहीं हुए हैं और उनका आंदोलन अब सरकार विरोधी हो गया है।
इससे पहले, सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध के बाद हिंसक प्रदर्शनों में 20 से ज्यादा युवाओं की मौत हो चुकी थी। लगातार बिगड़ते हालात से नेपाल सरकार के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
👉 मुख्य बिंदु:
नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया बैन हटाया।
प्रदर्शनकारियों की मांग अब पीएम ओली का इस्तीफा।
मंत्रियों के घरों व कांग्रेस कार्यालय में आगजनी।
ओली की पार्टी कार्यालय को भी प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया।
20 से अधिक युवाओं की मौत के बाद हालात और बिगड़े।