लखनऊ(राष्ट्र की परम्परा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को परिवहन सेवाओं को और अधिक सुलभ, पारदर्शी और आधुनिक बनाने की दिशा में कई अहम पहल की। मुख्यमंत्री ने 1.5 लाख जन सेवा केंद्र (CSC) के माध्यम से परिवहन सेवाओं का शुभारंभ किया। इस कदम से प्रदेश के आम नागरिकों को ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण सहित परिवहन विभाग की अन्य सेवाएं अब गांव-गांव और कस्बों में आसानी से मिल सकेंगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने पीपीपी मॉडल पर 07 बस स्टेशनों तथा अनुदान आधारित 25 बस स्टेशनों/कार्यशालाओं का डिजिटल लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके साथ ही प्रदेश में परिवहन प्रणाली को आधुनिक रूप देने के लिए एक्रेडिटेड ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर, रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटी एवं नवीनतम ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन से जुड़े निवेशकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 11 महिला परिचालकों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए। महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की यह पहल राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

इसके अलावा परिवहन विभाग की नई तकनीकी उपलब्धियों का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने –डिजिटल बस ट्रैकिंग ऐप “यूपी मार्गदर्शी” और सरल परिवहन हेल्पलाइन 149 को लॉन्च किया।इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की नई बुकलेट का विमोचन किया।डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस, इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी बस सहित नई 400 BS-6 बसों और परिवहन विभाग के 70 इंटरसेप्टर वाहनों को हरी झंडी दिखाई।

कार्यक्रम में प्रदेश सरकार ने परिवहन विभाग व आईआईटी, खड़गपुर के बीच एमओयू और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम व जन सेवा केंद्र के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर कराए। इन समझौतों से शोध, तकनीकी सहयोग और सेवाओं के विस्तार को नया आयाम मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि हर नागरिक को सुरक्षित, किफायती और आधुनिक परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। नई पहल से प्रदेश के परिवहन तंत्र को स्मार्ट और जनसुलभ बनाने की दिशा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।