नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)आज देशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। सुबह 7:30 बजे प्रधानमंत्री लाल किले पहुँचे, सलामी गारद का निरीक्षण किया और फिर तिरंगा फहराया। राष्ट्रगान के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों, शीर्ष सरकारी व रक्षा अधिकारियों, खिलाड़ियों और हज़ारों नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

प्रधानमंत्री मोदी का यह लगातार 12वाँ स्वतंत्रता दिवस भाषण है, जिसके साथ वे लाल किले से भाषण देने की संख्या के मामले में जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे स्थान पर पहुँच गए हैं। नेहरू ने 1947 से 1963 के बीच 17 बार लाल किले से भाषण दिया था। मोदी अब इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ चुके हैं, जिन्होंने 1966-76 और 1980-84 के बीच कुल 16 भाषण दिए थे।

पिछले वर्ष 15 अगस्त 2024 को पीएम मोदी ने 98 मिनट के भाषण में समान नागरिक संहिता और एक साथ चुनाव कराने का समर्थन करते हुए सांप्रदायिकता और भेदभाव को समाप्त करने पर जोर दिया था। मोदी के स्वतंत्रता दिवस संबोधनों में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, नक्सलवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हमेशा प्रमुख रहते हैं। इस बार भी राष्ट्र को संबोधित करते हुए उनसे बड़े नीतिगत संदेश और विकास योजनाओं की घोषणाओं की उम्मीद थी।

लाल किले से भाषण देने वाले प्रधानमंत्रियों का रिकॉर्ड

जवाहरलाल नेहरू (1947–1963) – 17 बार

लाल बहादुर शास्त्री (1964–1965) – 2 बार

इंदिरा गांधी (1966–1976, 1980–1984) – कुल 16 बार

मोरारजी देसाई (1977–1978) – 2 बार

चौधरी चरण सिंह (1979) – 1 बार

राजीव गांधी (1985–1989) – 5 बार

वी.पी. सिंह (1990) – 1 बार

पी.वी. नरसिम्हा राव (1991–1995) – 4 बार

एच.डी. देवेगौड़ा (1996) – 1 बार

इंद्र कुमार गुजराल (1997) – 1 बार

अटल बिहारी वाजपेयी (1998–2004) – 6 बार

मनमोहन सिंह (2004–2014) – 10 बार

नरेंद्र मोदी (2014–2025) – अब तक 12 बार

इस ऐतिहासिक अवसर पर लाल किले का वातावरण देशभक्ति के नारों, तिरंगे की फहराहट और जनता के उत्साह से गूंजता रहा। प्रधानमंत्री का संबोधन एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस को देश के विकास, एकता और दृढ़ संकल्प के संदेश के साथ इतिहास में दर्ज कर गया।