
नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) भारत और अमेरिका के रिश्तों में इन दिनों तल्खी के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ने हाल ही में भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाने का फैसला किया है, वहीं पाकिस्तान के साथ वाशिंगटन की बढ़ती नजदीकियां नई दिल्ली के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े किए हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच विशेष रिश्तों के दावों को “पूरी तरह बेनकाब” करार दिया। उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के प्रस्तावित अमेरिकी दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि यह वही व्यक्ति हैं जिनकी भड़काऊ और सांप्रदायिक टिप्पणियों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की पृष्ठभूमि तैयार की थी।
जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि अब आसिम मुनीर अमेरिका के “बेहद प्रिय” बन चुके हैं, जो भारत के लिए एक गंभीर कूटनीतिक संकेत है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी की “व्यक्तिगत मित्रता” की चर्चित कूटनीति इस परिस्थिति में देश के हितों की रक्षा करने में क्यों विफल साबित हो रही है।
कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा हालात इस बात का सबूत हैं कि सरकार की विदेश नीति ठोस रणनीति के बजाय व्यक्तिगत संबंधों और प्रचार पर ज्यादा आधारित है, जिसका खामियाजा अब देश को उठाना पड़ रहा है।
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