
गांधी मैदान, बेलागंज या बोधगया में हो सकती है भव्य रैली, कार्यक्रम स्थल को लेकर मंथन जारी
गया(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार के दौरे पर आने वाले हैं। इस बार 22 अगस्त को उनका आगमन पावन नगरी गयाजी में प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर प्रशासनिक हलकों में हलचल तेज हो चुकी है और तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
गयाजी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर हाई लेवल मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, आईजी, डीएम और एसएसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, जनसभा स्थल और लॉजिस्टिक से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम स्थल पर मंथन जारी हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की अंतिम रूपरेखा अब तक तय नहीं हुई है। लेकिन संभावित कार्यक्रम स्थलों के रूप में गांधी मैदान (गया शहर), बेलागंज और बोधगया के नामों पर विचार चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, इन स्थलों का स्थल निरीक्षण किया जा रहा है और कुछ दिनों में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान भव्य रैली आयोजित की जा सकती है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है। ऐसे में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन बेहद सतर्क है।
बिहार को मिल सकती हैं कई सौगातें हर दौरे की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी बिहार को कई विकास परियोजनाओं की सौगात दे सकते हैं। इसमें सड़क, रेलवे, जल-जीवन मिशन, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में बड़ी घोषणाएं शामिल हो सकती हैं। साथ ही गया और बोधगया क्षेत्र के पर्यटन विकास से जुड़े प्रस्तावों को भी बल मिल सकता है।
धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से अहम दौरा गयाजी न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। बोधगया को अंतरराष्ट्रीय बौद्ध स्थल होने के कारण प्रधानमंत्री के इस दौरे को राजनीतिक, धार्मिक और विकासात्मक एजेंडे से जोड़कर देखा जा रहा है। विशेषकर लोकसभा चुनाव 2024 के बाद यह पीएम मोदी का पहला बड़ा दौरा है, जिससे राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएं तेज हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड पर पीएम के कार्यक्रम को लेकर एसपीजी और राज्य पुलिस के बीच समन्वय बैठकों का दौर जारी है। ड्रोन से निगरानी, बम स्क्वायड की तैनाती और ट्रैफिक डायवर्जन जैसे तमाम इंतजामों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। साथ ही जनसभा स्थल के पास की होटल, गेस्ट हाउस और लॉजिंग की भी जांच की जा रही है।
