
(महराजगंज से सतीश पाण्डेय की रिपोर्ट ✍🏻 )

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा) सदर ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में बारिश ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बागापार, विजयपुर, बड़हरा राजा, बेलवा काजी, बरगदवां राजा, रामपुर बुजुर्ग, सोनरा, सिसवनिया, बैजनाथपुर कला समेत दर्जनों गांवों में जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। नालियां जाम हैं, गंदा पानी सड़कों से होकर लोगों के घरों तक घुस रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सफाई कर्मी लापता, मच्छरों का आतंक स्थानीय निवासी मनोज, सुशील, विमला देवी, मंजू, सोनी, उर्मिला, राहुल और मनोहर आदि बताते हैं कि नालियों की समय से सफाई नहीं होती। नतीजा यह होता है कि बारिश शुरू होते ही गलियों में जलभराव की स्थिति बन जाती है। कीचड़ और दुर्गंध के बीच ग्रामीणों को निकलना मुश्किल हो जाता है। मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ चुका है कि डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का डर सताने लगा है।
स्वच्छ भारत अभियान की खुल रही पोल
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छ भारत मिशन इन गांवों में केवल दिखावा बनकर रह गया है। सफाई कर्मी अक्सर कागजों पर ड्यूटी कर रहे हैं, जबकि हकीकत में गांवों की हालत बदतर बनी हुई है। नालियों की सफाई महीनों से नहीं हुई, जिससे पूरे मोहल्ले तालाब जैसे नजर आ रहे हैं।
प्रशासन और ग्राम पंचायत की लापरवाही से जनता त्रस्त
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन उसका कोई लाभ जमीनी स्तर पर नहीं मिल रहा। जिला प्रशासन की सुस्त निगरानी और ग्राम पंचायतों की उदासीनता से ग्रामीण परेशान हैं।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से तत्काल संज्ञान लेने, जिम्मेदार अधिकारियों की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
More Stories
“बंद विद्यालय में जबरन चलाई जा रही ‘पीडीए पाठशाला’, सपा नेता पूजा शुक्ला पर एफआईआर”
गृह मंत्री अमित शाह का पटना दौरा रद्द, 8 अगस्त को करेंगे सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में सीता मंदिर का शिलान्यास
नाराज़ प्रकृति की नाराज़गी से भयंकर सैलाब- प्रकृति की मानवीय कृतिय क़े लापरवाही की चेतावनी तो नहीं?