
बस्ती (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
प्रदेश सरकार की “उपभोक्ता देवो भव” नीति को सख्ती से लागू करते हुए बिजली विभाग में एक बड़ी कार्रवाई की गई है। बस्ती जिले में एक उपभोक्ता की शिकायत के प्रति असंवेदनशीलता एवं अमर्यादित व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए अधीक्षण अभियंता (SE) श्री प्रशांत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, एक उपभोक्ता ने विद्युत आपूर्ति संबंधी समस्या को लेकर विभागीय स्तर पर शिकायत की थी, लेकिन संबंधित अधिकारी द्वारा न केवल समस्या की अनदेखी की गई, बल्कि शिकायतकर्ता से अमर्यादित व्यवहार भी किया गया। इस पूरे प्रकरण को शासन स्तर पर गंभीरता से लेते हुए, तत्परता के साथ कार्रवाई की गई और श्री सिंह को उनके पद से हटा दिया गया।
ऊर्जा विभाग ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि उपभोक्ताओं की शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया जाए। सभी अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुनः निर्देशित किया गया है कि विद्युत सेवाओं से संबंधित किसी भी समस्या का प्रभावी एवं त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।
विभागीय प्रवक्ता ने कहा – “बिजली उपभोक्ता हमारी प्राथमिकता हैं। किसी भी स्तर पर लापरवाही या अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारी-कर्मी जनसेवा की भावना से कार्य करें, यही शासन की मंशा है।”
इस कार्रवाई से न केवल विभागीय अनुशासन का संदेश गया है, बल्कि उपभोक्ताओं के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता भी सामने आई है। उम्मीद की जा रही है कि इससे भविष्य में उपभोक्ताओं की समस्याओं को लेकर एक जवाबदेह और संवेदनशील व्यवस्था विकसित होगी।
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