Tuesday, December 23, 2025
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संस्कृत पढ़ने गया विनय बना खूनी!

छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेता संजीव त्रिपाठी हत्याकांड में यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा

मानिकपुर/बलिया (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)
संस्कार और शास्त्रों की शिक्षा लेने बनारस गया विनय कब खूनी रास्ते पर चल पड़ा, किसी को भनक तक नहीं लगी। छत्तीसगढ़ के चर्चित कांग्रेसी नेता व प्रॉपर्टी डीलर संजीव त्रिपाठी की हत्या में आरोपी विनय आखिरकार यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। लगभग तीन वर्षों से फरार चल रहे इस कुख्यात बदमाश की गिरफ्तारी के बाद न सिर्फ उसके परिवार वालों बल्कि पूरे गांव में मायूसी और शर्म का माहौल है।

प्रयागराज जनपद के मानिकपुर निवासी विनय ने कभी काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में संस्कृत की पढ़ाई शुरू की थी। मगर संगत बिगड़ती गई और धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में उसका नाम कुख्यात होने लगा। उसका नाम छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हुए कांग्रेसी नेता संजीव त्रिपाठी हत्याकांड में सामने आया था। यही नहीं, यूपी के नोएडा, वाराणसी और छत्तीसगढ़ में हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के कुल 10 से अधिक संगीन मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं।

तीन साल से था फरार, एसटीएफ ने दबोचा
छत्तीसगढ़ पुलिस और एसटीएफ को उसकी तलाश थी, लेकिन वह लगातार ठिकाने बदलता रहा। अंततः यूपी एसटीएफ की टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचना के आधार पर उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही गांव में सन्नाटा पसर गया।

परिवार ने तोड़ा रिश्ता, गांव में आक्रोश
विनय की गिरफ्तारी से उसके परिजन बेहद दुखी हैं। एक समय संस्कृत और वेदों की शिक्षा में रुचि रखने वाला विनय इस कदर भटक जाएगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। गांव के लोगों का कहना है कि विनय ने उनके क्षेत्र की छवि को धूमिल किया है।

पुलिस ने शुरू की आगे की कार्रवाई
एसटीएफ ने विनय को स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर छत्तीसगढ़ ले जाया गया। वहीं, वाराणसी पुलिस भी अब पुराने मामलों को खोलने की तैयारी कर रही है।

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