
मुंबई (राष्ट्र की परम्परा): मनपा के एल विभाग अंतर्गत कुर्ला क्षेत्र में प्रशासनिक अनदेखी और भ्रष्टाचार का एक नया मामला सामने आया है। वार्ड क्रमांक 168 स्थित हसन इराणी चाल, कुर्ला पुलिस स्टेशन के ठीक बगल, तक्यावार्ड रोड पर एक दो मंजिला अवैध निर्माण कार्य स्टे आदेश और मनपा द्वारा जारी 354A नोटिस के बावजूद पूरा कर लिया गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह निर्माण कार्य कुख्यात ठेकेदार सत्तार कालिया और उसके सहयोगी नबी द्वारा किया गया। काम को ‘रिपेयरिंग’ का रूप देकर शुरू किया गया था, जबकि इस स्थल पर पहले से ही न्यायालयीन स्टे लागू था और मनपा ने निर्माण रोकने हेतु 354A नोटिस भी जारी कर दी थी। बावजूद इसके, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से लाए गए मजदूरों की मदद से इस अवैध कार्य को तेजी से अंजाम दिया गया।
प्रशासन मूकदर्शक?
इस प्रकरण में मनपा के सहायक अभियंता किरण कुमार अन्नमवार और कनिष्ठ अभियंता मनोज हुलगे की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पूरी प्रक्रिया के दौरान दोनों अधिकारी चुपचाप तमाशा देखते रहे। इससे यह संदेह गहराता है कि कहीं न कहीं अधिकारियों की मिलीभगत या लापरवाही रही है।
स्थानीय जनता में रोष
स्थानीय समाजसेवियों और नागरिकों ने इस मामले की शिकायत मनपा आयुक्त भूषण गागराणी से की है और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इस तरह के अवैध निर्माण कार्य प्रशासन की निगाहों के सामने होते रहे, तो कुर्ला क्षेत्र की संरचनात्मक सुरक्षा और कानून व्यवस्था दोनों ही खतरे में पड़ जाएंगी।
सवालों के घेरे में मनपा की कार्यप्रणाली
यह मामला एक बार फिर मनपा की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। सवाल यह है कि स्टे और नोटिस के बावजूद निर्माण कार्य कैसे पूरा हुआ? क्या यह अधिकारियों की लापरवाही थी या फिर जानबूझकर की गई अनदेखी?
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पूरे शहर के लिए नजीर बन जाएगा और अवैध निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
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