
(नवनीत मिश्र की कलम से)
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की रोपाई इन दिनों जोरों पर है, लेकिन खेतों में जरूरी डीएपी खाद की भारी कमी से किसान परेशान हैं। जिले की कई सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध नहीं है, जिससे किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
जिले के विभिन्न विकास खंडों की समितियों से डीएपी पूरी तरह नदारद है। बाघनगर समिति तो वर्षों से बंद पड़ी हैl जबकि बाकी समितियों के बाहर ताले लटके हुए हैं। किसानों ने बताया कि वे रोजाना खाद की उम्मीद में समिति पहुँचते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है।
साधन सहकारी समिति बिगरामीर में यूरिया मिल रही है, लेकिन डीएपी की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। खाद की कमी से मजबूर होकर किसान निजी दुकानों से महंगे दाम पर खाद खरीदने को विवश हैं। कुछ दुकानदारों द्वारा मनमानी कीमतें वसूलने की भी शिकायतें सामने आई हैं।
किसानों का कहना है कि धान की रोपाई के समय डीएपी खाद डालना जरूरी होता है, लेकिन समय पर खाद न मिलने से खेती प्रभावित हो रही है। इस संकट के बीच प्रशासन की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि जल्द ही समितियों पर खाद उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं किसान जिलाधिकारी से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द डीएपी खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि धान की फसल प्रभावित न हो।
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