
श्रावस्ती (राष्ट्र की परम्परा)। जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर (डीपीआसी) के सभागार में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनान्तर्गत पंचायत एडवांसमेंट सूचकांक (पी0ए0आई0) 2.0 एवं ग्राम पंचायत विकास योजना पर आधारित विकास खण्ड स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वयन समिति के सदस्यों/अधिकारी गण का दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 27 जून से 28 जून 2025 को किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ जिला पंचायत राज अधिकारी नन्द लाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिला पंचायत राज अधिकारी ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सरकारी योजनाओं और उसके क्रियान्वन से संबंधित प्रशिक्षण में जानकारियां प्राप्त करके सामान्य जन द्वारा उसका लाभ प्राप्त किया जा सकता है साथ ही वह आर्थिक , सामाजिक एवं शैक्षणिक विकास कर सकेंगे। पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स के माध्यम से पंचायत की ग्रेडिंग केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारें अब इसी के आधार पर पुरस्कार देंगी। अच्छी ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए पंचायत को एक गुणवत्ता पदक कार्य योजना का निर्माण एवं उसका समय बाद तरीके से क्रियान्वयन करने की आवश्यकता है। वर्ष 2030 तक सतत् विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भारत सरकार संकल्पित हैं परन्तु पंचायतों के समग्र विकास के बिना भारत का विकास सम्भव नहीं है। एलएसडीजी की प्रगति को मापता है, और एन0आई0एफ0 के संकेतकों का उपयोग करके उनका रैंकिग करता है। सभी पंचायतों के सतत् विकास के लक्ष्यों के स्थानीयकरण की प्रगति को भी मापता है एवं एल0एस0डी0जी0 की उपलब्धि के प्रति उनके प्रदर्शन के आधार पर पंचायतों की ग्रेडिंग की जायेगी और यही ग्रेडिंग पंचायतों के विकास का आधार मानी जायेगी। इसी क्रम में जिला पंचायत रिसोर्स सेन्टर (डी0पी0आर0सी0) के सीनियर फैकल्टी बृजेश कुमार पाण्डेय जी ने कार्यशाला आयोजन के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए बताया कि पीएआई एक व्यापक, बहु डोमेने और बहु-क्षेत्रीय सूचकांक है जिसे पंचायतों के समग्र विकास, प्रदर्शन और प्रगति का आंकलन करने के लिए डिजाइन किया गया। इसमें पंचायत के अधिकार क्षेत्र के तहत स्थानीय समुदायों की भलाई और विकास की स्थिति को मापने के लिए विभिन्न सामाजिक-आर्थिक संकेताकों को शामिल किया गया।उन्होंने बताया कि पंचायत विकास सूचकांक जनप्रतिनिधियों, नीति निर्माताओं, सरकारी एजेंसियों और स्थानीय अधिकारियों को उन क्षेत्रों में मूल्यांकन अंतरदृष्टि प्रदान करेगा, जिन पर पंचायतों के अधिकार क्षेत्रों में सुधार के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है। एक गुणवत्ता परक ग्राम पंचायत विकास योजना बनाने पर जोर दिया कार्यशाला में प्रशिक्षिक तारिक अहमद द्वारा सतत् विकास के लक्ष्यों के स्थानीयकरण पर आधारित बाल हितैषी, पर्याप्त जल युक्त ग्राम , आत्म निर्भर बुनियादी ढांचे वाले गांव तथा सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव पर चर्चा की प्रशिक्षक अनिल तिवारी द्वारा गरीबी मुक्त आजीविका उन्नत गांव, स्वस्थ्य गांव, महिला हितैषी गांव व सुशासन वाले गांव पर विस्तृत चर्चा की। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से डीपीएम सपना यादव, राम स्वरूप तिवारी,एडीओ पंचायत अजय प्रकाश , खण्ड शिक्षा अधिकारी फुलचंद, सतीश कुमार, अखिलेश कुमार राज किशोर , उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.राम शंकर तथा चिकित्सा अधिकारी डा.अनुपम कुमार गौतम एवं पुलिस उप निरीक्षक राज किशोर गुप्ता ने प्रतिभाग किया।
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