
कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)l ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन (ग्रापए) तहसील इकाई तमकुहीराज की ओर से मंगलवार को संगठन के संस्थापक बाबू बालेश्वर लाल की पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों ने स्व. लाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके संघर्षपूर्ण जीवन व पत्रकारिता के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व योगदान को याद किया। इस अवसर पर भव्य भंडारे का आयोजन कर श्रद्धांजलि सभा संपन्न हुई।
कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए ग्रापए गोरखपुर मंडल मंत्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारों के हित की जब भी बात होगी, बाबू बालेश्वर लाल का नाम सम्मान के साथ लिया जाएगा। उन्होंने बलिया जनपद के गढ़वाल जैसे छोटे से कस्बे में कुछ साथियों के साथ संगठन की नींव रखी, जो आज विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है। उन्होंने बताया कि स्व. लाल ने ग्रामीण पत्रकारिता को नई पहचान दी, जिससे आज गांव-गांव की समस्याएं राष्ट्रीय विमर्श का हिस्सा बन रही हैं। तहसील अध्यक्ष राजकुमार चौबे ने कहा कि जब लोग शहरी पत्रकारिता को ही पत्रकारिता का केंद्र मानते थे, तब बाबू बालेश्वर लाल ने ग्रामीण अंचलों की आवाज बनने का साहस किया। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में ग्रामीण पत्रकारिता का मार्ग प्रशस्त कर पत्रकारों को एकजुट किया। जिला उपाध्यक्ष पारसनाथ पांडेय ने कहा कि बाबू बालेश्वर लाल के प्रयासों से ही आज ग्रामीण पत्रकारों की लेखनी में सशक्तता और मुखरता है। उन्होंने पत्रकारिता के संघर्षों को आसान बना, पत्रकारों को संगठित कर उनके हक के लिए लड़ाई लड़ी। इस अवसर पर महामंत्री अंजनी सिंह, संजीव राय, धनंजय कुमार मिश्र, मनोज मिश्रा, दीपक मिश्रा, कामाख्या नारायण मिश्रा, प्रदीप श्रीवास्तव, मृत्युंजय सिंह मोनू, रणविजय द्विवेदी, अमित पांडेय, मृत्युंजय पांडेय, सौरभ मिश्रा, मुकुल मिश्र, पंकज मिश्रा पांडेय सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने बाबू बालेश्वर लाल के दिखाए गए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया और ग्रामीण पत्रकारिता के उत्थान के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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