
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा) गोरखपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। लिंक एक्सप्रेसवे से लेकर शहर के भीतरी इलाकों तक गुरुवार को बड़े पैमाने पर यातायात नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान जहां स्पीड रडार गन की मदद से 6 तेज रफ्तार वाहनों का मौके पर चालान काटा गया, वहीं शहर भर में नियमों की अनदेखी कर चलाए जा रहे 122 ई-रिक्शा सीज कर दिए गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर के निर्देश पर और पुलिस अधीक्षक यातायात संजय कुमार के नेतृत्व में चलाए गए इस विशेष अभियान का मकसद शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार और सड़क हादसों पर अंकुश लगाना था।
एक्सप्रेसवे पर रफ्तार पर कसा शिकंजा
लिंक एक्सप्रेसवे पर छोटे चार पहिया वाहनों की गति सीमा 100 किमी/घंटा और भारी वाहनों की 80 किमी/घंटा निर्धारित है। पुलिस ने स्पीड रडार गन से ओवरस्पीडिंग वाहनों की निगरानी की और गति सीमा पार करने वाले 6 वाहनों का तत्काल चालान किया। एसपी ट्रैफिक संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि इस तरह की चेकिंग अब नियमित रूप से की जाएगी, जिससे दुर्घटनाओं की रोकथाम हो सके।
शहर में भी चला सघन अभियान
शहर के भीतरी हिस्सों में ट्रैफिक पुलिस ने नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों, बिना हेलमेट, गलत दिशा में वाहन चलाने, ओवरलोडिंग, बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के चल रहे ई-रिक्शाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की।
इस दौरान कुल 938 वाहनों के चालान किए गए और 122 ई-रिक्शा जब्त किए गए।
नागरिकों से की गई अपील
एसपी ट्रैफिक संजय कुमार ने कहा, “यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे हेलमेट पहनें, गति सीमा का पालन करें, और सड़क को सुरक्षित बनाने में अपना योगदान दें।
शहरवासियों के लिए सख्त संदेश
यातायात पुलिस की इस व्यापक कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि अब लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। यह कदम गोरखपुर को दुर्घटनामुक्त और व्यवस्थित ट्रैफिक सिस्टम वाला शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
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