“इतिहास की गवाही—25 नवंबर की घटनाएँ जो समय की धारा पर अमिट छाप छोड़ गईं”
25 नवंबर का दिन विश्व इतिहास के पन्नों पर कई महत्वपूर्ण प्रसंगों, खोजों, स्थापनों और संघर्षों का प्रतीक बनकर दर्ज है। यह तारीख केवल घटनाओं की श्रृंखला नहीं, बल्कि मानव सभ्यता के उतार–चढ़ाव, उपलब्धियों और संघर्षों का दर्पण भी है। आइए, इस दिन से जुड़ी प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं पर विस्तृत नज़र डालते हैं, और साथ ही 26 नवंबर के राष्ट्रीय महत्व पर भी रोशनी डालते हैं।
25 नवंबर: इतिहास में दर्ज महत्त्वपूर्ण घटनाओं का विस्तृत विवरण
1667 – सेमाखा, रूस में विनाशकारी भूकंप
रूस के उत्तरी कॉकसस क्षेत्र सेमाखा में आए भूकंप ने लगभग 80,000 लोगों की जान ले ली। यह घटना इतिहास के सबसे जानलेवा भूकंपों में से एक मानी जाती है, जिसने पूरे क्षेत्र की भौगोलिक और सामाजिक संरचना बदल दी।
1744 – पराग्वे के यहूदियों पर अत्याचार
ऑस्ट्रिया की सेना ने पराग्वे में यहूदी समुदाय पर जानलेवा हमले और लूटपाट की। यह घटना यूरोप और लैटिन अमेरिका में सदियों से चले आ रहे यहूदी उत्पीड़न की एक कड़वी मिसाल है।
1758 – ब्रिटेन का ड्यूक्वीसन किले पर कब्ज़ा
ब्रिटेन और फ्रांस के बीच चल रहे उपनिवेशीय संघर्ष के दौरान ब्रिटिश सेना ने फ्रांस के ड्यूक्वीसन किले पर नियंत्रण प्राप्त किया, जिसने उनकी सामरिक स्थिति को और मजबूत किया।
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1866 – इलाहाबाद हाईकोर्ट का उद्घाटन
भारत की न्यायिक संरचना को मजबूत बनाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय आज भी भारतीय न्यायपालिका का एक प्रमुख स्तंभ है।
1867 – अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट का पेटेंट कराया
इस आविष्कार ने आधुनिक दुनिया के निर्माण और विनाश—दोनों में गहरा प्रभाव डाला। नोबेल के इसी आविष्कार से आगे चलकर नोबेल पुरस्कारों की नींव पड़ी।
1930 – जापान में एक दिन में 690 भूकंप झटके
जापान की भूकंपीय संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई जब एक दिन में 690 झटके दर्ज किए गए। यह विज्ञान जगत के लिए अध्ययन का महत्वपूर्ण विषय बना।
1936 – जर्मनी-जापान कोमिंटन विरोधी समझौता
द्वितीय विश्व युद्ध की तैयारी का संकेत देने वाली यह संधि दुनिया की राजनीतिक दिशा बदलने वाली रही।
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1937 – पेरिस विश्व मेले का समापन
यह मेला सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक नवाचारों का केंद्र रहा, जहाँ विज्ञान, कला और उद्योग की झलक दुनिया ने देखी।
1948 – राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) की स्थापना
भारतीय युवाओं में अनुशासन, देशभक्ति व नेतृत्व क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से NCC की स्थापना हुई, जो आज राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
1949 – भारतीय संविधान पर हस्ताक्षर
संवैधानिक समिति के अध्यक्ष द्वारा संविधान पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद यह तत्काल प्रभाव से लागू हुआ। यह भारतीय लोकतंत्र की सबसे ऐतिहासिक उपलब्धियों में से एक है।
1951 – अलबामा ट्रेन दुर्घटना
अमेरिका के अलबामा में हुए रेल हादसे में 17 लोग मारे गए, जिसने परिवहन सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े किए।
1960 – भारत में पहली बार STD कॉल सेवा प्रारंभ
लखनऊ और कानपुर के बीच पहली STD कॉल ने भारत में संचार क्रांति की नींव रखी।
1974 – पूर्व UN महासचिव ऊ थांट का निधन
ऊ थांट शांति और सहयोग के अंतरराष्ट्रीय संदेश को आगे बढ़ाने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल रहे।
1998 – पाकिस्तान का ‘भक्तर-शिकन’ मिसाइल परीक्षण
रक्षा क्षमता बढ़ाने की दिशा में पाकिस्तानी सेना ने अंधेरे में भी निशाना लगाने वाले टैंक-भेदी मिसाइल का परीक्षण किया।
2001 से 2013:
भारत, पाकिस्तान, नाइजीरिया और इराक में राजनीतिक गतिविधियों, सुरक्षा घटनाओं एवं आतंकी हमलों की श्रृंखला के कारण ये वर्ष वैश्विक तनाव और संघर्ष के गवाह रहे।
26 नवंबर: संविधान दिवस — लोकतंत्र का पावन उत्सव
26 नवंबर भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज दिन है।
इसी दिन 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया था। यह भारतीय लोकतंत्र की आत्मा और देश के नागरिकों के अधिकारों, कर्तव्यों और स्वतंत्रता का संरक्षक है।
भारत में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन:
नागरिकों को संविधान के महत्व से अवगत कराया जाता है।
विद्यालयों, विश्वविद्यालयों और सरकारी संस्थानों में प्री–एम्बल (प्रस्तावना) का वाचन किया जाता है।
संविधान निर्माताओं के योगदान को याद किया जाता है।
26 नवंबर न केवल एक तिथि है, बल्कि यह हमें अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों का बोध कराता है।
