लखनऊ(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी विकास को नई रफ़्तार देने के उद्देश्य से नगर निगमों को बड़ी धनराशि जारी की है। पंचम वित्त आयोग की संस्तुति पर स्थानीय निकाय निदेशालय के निदेशक अनुज झा ने 17 नगर निगमों को कुल ₹477 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की है।

सबसे बड़ी राशि 72 करोड़ रुपए लखनऊ नगर निगम को मिली है। इसके बाद कानपुर को 62 करोड़, वाराणसी को 42 करोड़ और गाजियाबाद को 39 करोड़ दिए गए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर को 20 करोड़, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 42 करोड़ रुपए मिले हैं।दिलचस्प बात यह रही कि रामनगरी अयोध्या, जो आस्था और पर्यटन के लिहाज़ से लगातार सुर्खियों में रहती है, उसे मात्र 8 करोड़ रुपए की धनराशि दी गई है।

नगर निगमवार आवंटन (₹ करोड़ में):
लखनऊ – 72,कानपुर – 62 ,वाराणसी – 42,
गाजियाबाद – 39,प्रयागराज – 38,मेरठ – 30,
आगरा – 29,मुरादाबाद – 21,अलीगढ़- 21 , बरेली – 21,गोरखपुर – 20,शाहजहांपुर – 18
,मथुरा – 17,फिरोजाबाद – 13,झांसी – 12
,अयोध्या – 8
यह धनराशि नगर निगम क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास, जल निकासी व्यवस्था, सड़क निर्माण, स्वच्छता एवं अन्य शहरी अवसंरचना परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।
सरकार का कहना है कि इस आवंटन से नगर निगमों को विकास कार्यों में गति मिलेगी और आमजन को बेहतर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।