
पौड़ी (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)उत्तराखंड के पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। घर की बालकनी में खेल रही चार साल की बच्ची रिया पर तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
गढ़वाल के वन संरक्षक आकाश वर्मा ने बताया कि तेंदुआ बच्ची को घसीटकर घर से लगभग 50 मीटर दूर खेत में ले गया और वहीं छोड़कर भाग गया। जब तक परिवार और ग्रामीण पहुंचे, तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी।
परिवार और ग्रामीणों के मुताबिक, रिया की मां ने शोर मचाकर तेंदुए को भगाने की कोशिश की और उसके पीछे भी दौड़ी, लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका। रिया दो बहनों में सबसे छोटी थी और परिवार 17 सितंबर को उसका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहा था। पिता जितेंद्र सिंह रावत खासतौर पर मुंबई से गांव लौटे थे।
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन, वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। गांव में शोक और दहशत का माहौल है।
वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगाए हैं और जल्द ही तीन और पिंजरे लगाए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इलाके में टीम लगातार गश्त कर रही है।
हालांकि, बच्ची का अंतिम संस्कार शनिवार शाम तक नहीं किया गया था। परिजन और ग्रामीण तेंदुए को मारने की अनुमति की मांग पर अड़े थे। इस पर लैंसडाउन प्रभागीय वन अधिकारी जीवन मोहन डेगड़े ने उन्हें तेंदुए को पकड़ने और सुरक्षा के इंतजामों का भरोसा दिलाया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में तेंदुओं की आवाजाही आम है और सरकार को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
👉 यह घटना पहाड़ी इलाकों में इंसान-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करती है।