संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। एकलव्य एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं शिक्षकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। वक्ताओं ने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूरी बनाकर अपने जीवन को सकारात्मक दिशा दें। उन्होंने कहा कि नशा न केवल व्यक्ति का बल्कि परिवार और समाज का भी विनाश करता है। युवाओं को नशे के प्रति जागरूक होकर दूसरों को भी इसके दुष्परिणाम बताने की आवश्यकता है।
मुख्य अतिथि ज्ञानेंद्र मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि नशे से मुक्त समाज ही प्रगति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ सकता है। युवा वर्ग को चाहिए कि वह अपने जीवन में अनुशासन और सकारात्मक सोच को अपनाकर समाज में प्रेरणा बने। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में नई चेतना और जागरूकता का संचार करते हैं।
मुख्य वक्ता नवनीत मिश्र ने कहा कि नशा केवल शरीर को नहीं, बल्कि विचारों और चरित्र को भी कमजोर करता है। आज युवाओं को यह समझने की आवश्यकता है कि असली सुख अनुशासन और परिश्रम में है, न कि नशे में। हर युवा यदि यह ठान ले कि वह नशे को ‘ना’ कहेगा, तो समाज से यह बुराई अपने आप समाप्त हो जाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एकलव्य एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी गौरव निषाद ने की। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य समाज को स्वस्थ, शिक्षित और जागरूक बनाना है।

कार्यक्रम का संचालन अत्रेश श्रीवास्तव ने किया। छात्र-छात्राओं ने नशा मुक्ति पर नुक्कड़ नाटक और भाषण प्रस्तुत कर सभी को जागरूक किया। अंत में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।


 
                                    