आयोग समाज में पाल रहे भेदभाव व प्रताड़ना के प्रति संवेदनशील : प्रो.पूनम टंडन
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग में ‘महिलाओं के विरुद्ध अपराध उन्मूलन में राज्य महिला आयोग की भूमिका पर केंद्रित कार्यक्रम (मिशन शक्ति) की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि स्त्री-पुरुष संबंधों को स्वस्थ बनाने हेतु संवाद की बड़ी भूमिका है. वाद विवाद से कोई हल नहीं निकल सकता। एक-दूसरे का सम्मान ही उन्नति का मार्ग खोलता है। लिंग आधारित हिंसा से न केवल परिवार बल्कि समाज भी कमजोर पड़ जाता है। जो स्त्री या पुरुष अपने जीवनसाथी की इज्जत नहीं कर सकता उसका भविष्य भी उज्जवल नहीं हो सकता।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने कहा कि आयोग तीन स्तरों पर मुख्य भूमिका में रहता है- पहला महिला हिंसा उन्मूलन, दूसरा- महिला अस्पताल का निरीक्षण और तीसरा महिला जेलों के कार्यों की समीक्षा। उन्होंने ने महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा में स्त्री – पुरुष के बीच बड़े विवाद के पीछे अमूमन बहुत छोटे कारण होते हैं। इसका निदान जागरूकता से संभव है. मिशन शक्ति फेज 5 इस कार्य को बखूबी निभा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने अपने संबोधन में कहा कि घरेलू हिंसा का शिकार अधिकांशतः स्त्रियां होती हैं। इस हिंसा के रोकथाम हेतु राज्य महिला आयोग गठन में समुचित प्रावधान किए गए हैं। हिंसा सहना भी एक अपराध है। इसे छिपाना नहीं चाहिए। महिला आयोग हिंसा उन्मूलन में प्रमुख भूमिका रखता है तथा महिलाओं की विपरीत परिस्थिति में उनकी ताकत बनकर खड़ा है ।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. दिव्या रानी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय परंपरा एवं संविधान दोनों में स्त्री को निर्णायक शक्तियां मिली हुई हैं। जरूरत उन शक्तियों को पहचानने की है तथा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त होना अत्यंत आवश्यक हैं जिससे उनके अंदर निर्णय लेने की क्षमता विकसित हो सके।
स्वस्थ शरीर से स्वस्थ मन की अवधारणा को विकसित करने के लिए चट्टानों द्वारा दो नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किए गए जिनका विषय -एनीमिया और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता था।
इस अवसर पर मिशन शक्ति फेज फाइव की नोडल अधिकारी प्रो. विनीता पाठक, जीयूडब्लूडब्लूए की अध्यक्ष प्रो. नंदिता सिंह, डा. अमित उपाध्याय, डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षिकाएं और शिक्षक उपस्थित रहे।
More Stories
विधानसभा का घेराव मद्देनजर कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सहित दर्जनों नजरबंद
संत कबीर के विचार आज अत्यंत प्रासंगिक, समाज के उत्थान के लिए इनके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता: कुलपति
योग हमारे मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन के लिए विशेष महत्वपूर्ण- प्रो. अनुभूति दुबे