बहराइच (राष्ट्र की परम्परा /RKP NEWS)।मोतीपुर आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाएं अब पारंपरिक खेती के साथ ही मछली का उत्पादन कर अपनी आय बढ़ाकर स्वावलंबी बनेंगी इसके लिए कार्य शुरू किए गए है। मिहींपुरवा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ कार्य कर रही ट्रांस फार्मिंग रूरल इंडिया संस्था तथा सहारा संकुल संघ के द्वारा उर्रा गाँव में समूह की महिलाओं के खेत मे धान के साथ मछली उत्पादन प्रदर्शन प्लाट में मछली का बीज डाला गया।धान के साथ मछली उत्पादन करके महिलाएं अपनी आमदनी बढ़ा सकती हैं।इस प्रदर्शन प्लाट को देखकर आस पास की और भी आकर्षित होंगी और अपनी आय बढ़ाने के लिए आगे आयेंगी। तराई क्षेत्र के किसानों को उपलब्ध संसाधनों के जरिये उनकी आय में वृद्धि आसानी से की जा सकती है।सहारा संकुल की महिलाओं द्वारा ये भी सुनिश्चित किया गया कि इस मॉडल को हर गांव में महिलाओं तक पंहुचाया जाएगा जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।समूह की महिला शैल कुमारी को मछली का 16 किलो बीज रोहु कतला सहित अन्य प्रजाति का दिया गया।इस मौके पर टीआर आई एफ प्रेरक सीमा,फ़ैज़ सीसी, विनोद एई, सोनू गोपी जी राज्य प्रबंधन टीआर आई एफ लखनऊ, संदीप सहित काफी संख्या में आजीविका मिशन की महिलाएं उपस्थित रही ।
मछली उत्पादन कर अपनी आय बढ़ाएंगी आजीविका मिशन की महिलाएं

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