बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)l थाना क्षेत्र के अंतर्गत जयनगर काली माता मंदिर के शांति देवी पत्नी स्व.लक्ष्मी जायसवाल का खपरैल का मकान स्थित हैं । वर्षों पहले शांति देवी ने अपना मकान जय देवी पत्नी गोरख प्रसाद को उनके अनुनय विनय पर रहने के लिए दिया था, और अपने बच्चों के साथ शांति देवी गोरखपुर में रहने लगी। कुछ वर्ष बाद जयनगर काली माता मंदिर के पास स्थित अपने पुस्तैनी मकान को शांति देवी ने जय देवी से खाली करने को कहा, किन्तु जय देवी ने इसका विरोध किया। मामले को लेकर 4 माह पूर्व एक पंचायत हुई जिसमें शांति देवी के साथ यह निर्णय लिया गया कि नैतिक आधार पर जयदेवी को मकान का आधा हिस्सा दिया गया,यह शांति देवी की महानता है कि अपनी भूमि का आधा हिस्सा जय देवी के परिवार को दे दिया गया। आधे हिस्से पर जय देवी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बना लिया गया, फिर भी आधा खपरैल वाले हिस्से को छोड़ने पर राजी नही हो रही थी। बुधवार को शान्ति देवी की पुत्री द्वारा मकान खाली करने के लिए जय देवी से कहा गया जिस दोनों पक्ष में तू तू मैं होने लगा, जिसको देख जय देवी का बेटा ज्ञानू तत्काल उपजिलाधिकारी के पास पहुचकर रोते हुए कहने लगा कि मेरा मकान तोड़ा जा रहा हैं, मामले को गम्भीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी अवधेश निगम ने नायब तहसीलदार व लेखपाल को मौके पर पहुँचने का निर्देश दिया। ततपरता दिखाते हुए नायब तहसीलदार व लेखपाल पुलीस बल के साथ मौके पर पहुँचे और मामले की जानकारी ली । इस दौरान नायब तहसीलदार ने दोनों पक्ष से जमीन के कागजात मांगे जिस पर शांति देवी की बेटी ने अपने जमीन का कागजात दिया, जबकि जय देवी ने मौखिक रूप से यह कहने लगी कि हमारा बैनामा है, बैनामा का कागज देख नायब तहसीलदार ने कहा कि यह बैनामा का कागज किसी काम का नही है,अतः आप लोग घर खाली कर दे। काफी समझाने पर जय देवी ने घर खाली करने के लिए 15 दिन का समय मांगी, जिसकी लिखित प्रक्रिया उपजिलाधिकारी के समक्ष पूरी कर ली गयी हैं। और निर्देशित किया गया कि कहे गए समय के अनुसार मकान खाली कर दिया जाय,ताकि शान्ति देवी अपने घर मे प्रवेश करें।
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