नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। सर्दियों में लगभग हर घर में गीजर का इस्तेमाल बढ़ जाता है, लेकिन इसी दौरान गीजर से जुड़े हादसों में भी तेजी आती है। विशेषज्ञों का कहना है कि गीजर से होने वाली 70% दुर्घटनाएं गलत इस्तेमाल, खराब इंस्टॉलेशन और लापरवाही की वजह से होती हैं। मामूली गलतियां कभी-कभी बड़े हादसों में बदल सकती हैं। ऐसे में गीजर उपयोग करते समय कुछ सुरक्षा नियमों का पालन बेहद जरूरी है।
नहाते समय गीजर ऑन रखना बेहद खतरनाक
बहुत से लोग नहाते समय गीजर को चालू रखते हैं, जबकि यह सबसे गंभीर गलती है।
इससे—
बिजली के उतार-चढ़ाव पर करंट लगने का खतरा, ओवरहीटिंग से पाइप फटने का डर, और टैंक प्रेशर बढ़ने पर गीजर ब्लास्ट तक हो सकता है।सुरक्षा के लिए नहाने से पहले गीजर बंद कर दें।
सस्ते गीजर में बढ़ा खतरा
कम कीमत के चक्कर में कई लोग ऐसे गीजर खरीद लेते हैं, जिनमें जरूरी सुरक्षा फीचर्स नहीं होते।
इनमें—
• प्रेशर रिलीज वाल्व ठीक से काम नहीं करता,
• थर्मोस्टैट फेल हो सकता है,
• हीटिंग एलिमेंट जल्दी खराब होता है।
हमेशा विश्वसनीय ब्रांड और ISI मार्क वाला गीजर ही चुनें।
45–50°C ही रखें तापमान
कई लोग गीजर का तापमान 70–80°C तक बढ़ा देते हैं, जिसकी वजह से अचानक नल से बेहद गर्म पानी आ सकता है और जलने की दुर्घटना हो सकती है।
सुरक्षा के लिए गीजर का तापमान 45–50°C के बीच रखें।
केवल प्रशिक्षित टेक्नीशियन से करवाएं इंस्टॉलेशन
गीजर पानी भरने पर 25–30 किलो तक भारी हो जाता है।
गलत इंस्टॉलेशन, कमजोर दीवार या खराब फिटिंग से गीजर दीवार से गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है।
इसलिए इंस्टॉलेशन हमेशा ट्रेंड टेक्नीशियन से ही करवाएं।
समय-समय पर सर्विसिंग बेहद जरूरी
गीजर के टैंक में महीनों के इस्तेमाल से मिनरल डिपॉजिट जमा हो जाते हैं, जो—
• ओवरहीटिंग का कारण बनते हैं
• और टैंक की लाइफ कम करते हैं।
सर्दियों की शुरुआत में गीजर की कम से कम एक बार सर्विसिंग जरूर कराएं।
वेंटिलेशन की कमी और गैस गीजर का खतरा
अगर किसी दिन अचानक गीजर से धुआं, जलने की गंध या पानी टपकने लगे तो तुरंत—
- मुख्य पावर स्विच बंद करें
- पानी की सप्लाई रोकें
- टेक्नीशियन को बुलाएं
विशेष रूप से गैस गीजर में वेंटिलेशन की कमी कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) जैसी जहरीली गैस का खतरा बढ़ाती है, जो जानलेवा हो सकती है।
