Thursday, October 16, 2025
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कृषि में सौर ऊर्जा की उपयोगिता विषयक दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण आयोजित

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)l जनपद के नानपारा कृषि विज्ञान केंन्द्र द्वारा गाँव परवानी गौड़ी विकास खंड मिहींपुरवा में राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजनान्तार्गत “कृषि में सौर ऊर्जा का प्रयोग एवं उपयोगिता” विषयक दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण आयोजित किया गया l जिस की अध्यक्षता केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. के. एम. सिंह ने की। उन्होंने बताया की सिंचाई खेती के लिए लाइफलाइन की तरह होती हैlऐसे में सिंचाई के पम्प किसी वरदान से कम नहीं हैं। किसानों के लिए अधिक आर्थिक लागत परेशानी का कारण बनती है लिहाजा बिजली या महंगे ईंधन चलित पारम्परिक कृषि पम्प की अपेक्षा सौर ऊर्जा चलित कृषि पम्प किसानों के लिए बेहद मददगार है। उन्होंने कृषि में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जैसे सोलर पंपिंग सिस्टम, सोलर क्रॉप ड्रायर, सोलर स्प्रेयर एवं सौर ऊर्जा से संचालित ट्रैक्टर आदि की विस्तार से जानकारी दी। केंद्र की गृह वैज्ञानिक रेनू आर्या ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा उनके दैनिक उपयोग में सौर ऊर्जा संचालित यंत्रो जैसे सोलर कुकर, सोलर लाइट, सौर पानी गर्म करने की मशीन इत्यादी की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोलर कुकिंग यंत्र सूर्य की किरणों का उपयोग करके भोजन बनाने का काम करता हैं। सौर ऊर्जा के दैनिक जीवन में उपभोग करने के नयें नयें तरीके खोजे जा रहे हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य एवं कार्य में वृद्धि के लिए उपयोगी बनाया । डॉ. हर्षिता ने केंद्र सरकार की सौर पम्प योजना अर्थात कुसुम योजना के बारे मेंं विस्तृत चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि इस योजना में किसान कुल लागत का मात्र 10 प्रतिशत भुगतान कर अपनी आवश्यकता के अनुसार सोलर प्लांट लगा सकते हैं जहाँ केंद्र सरकार और राज्य सरकार 30-30 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान करेंगे साथ ही 30 प्रतिशत तक ऋण की सुविधा बैंकों द्वारा दी जाएगी। डॉ. अरुण कुमार ने बताया की सौर ऊर्जा के उपयोग वाले कृषि पम्प से किसानों को कई प्रकार की सुविधाएं मिली हैं। लिहाजा सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर इसके इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही हैं। सौर ऊर्जा कृषि पम्प के फायदे जैसे बाहरी ऊर्जा की खपत नहीं,परिचालन लागत का कम होना,आसान और विश्वसनीय,आर्थिक रूप से लाभकारी, पर्यावरण के अनुकूल,पर्याप्त उत्पादकता,स्थापना और स्थानांतरण के बारे में किसानों को अवगत कराया। इस मौके पर शिव शंकर सिंह, राम प्रवेश मौर्या,मनीष कुमार सिंह, सोमवर्धन पाण्डेय, मनोज कुमार तिवारी, नागेंद्र सिंह, केदारनाथ, जनार्दन राय, सलाख खान आदि उपस्थित रहे।

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