July 7, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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सोच व खोज की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करता है टीएलएम : डायट प्राचार्य

कुशीनगर(राष्ट्र की परम्परा)
शिक्षकों के बीच सर्वोत्तम शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) को साझा करने और बढ़ाने के लिए, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डायट) परिसर में टीएलएम प्रतियोगिता व कला उत्सव का आयोजन किया गया।
सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण के अंतर्गत उक्त जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में जनपद के सभी विकास खंडों से शिक्षक व छात्रों ने प्रतिभाग किया। डायट प्राचार्य डॉअमित कुमार सिंह, एसआरजी व डायट प्रवक्ताओं की टीम ने अवलोकन किया। प्राचार्य डॉ सिंह ने कहा कि
शिक्षण अधिगम सहायक सामग्री (टीएलएम) सोच व खोज की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करती है, इसकी सहायता से छात्र सरलता एवं सहजता से सीख लेते र्है और अध्यापक का शिक्षण भी प्रभावी हो जाता है। टीएलएम का उपयोग करते हुए विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति अभिरूचि जागृत करने के कार्य में शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा टीचिंग लर्निंग मैटेरियल (टीएलएम) प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जीवन में कला का बड़ा महत्व है, कलाकृतियां हमारे जीवन की झलकियों को प्रस्तुत करती हैं। एसआरजी राम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों के हुनर को अवसर देने की जरूरत है। कलाकृतियों का उपयोग कर हम बच्चों रोचक तरीके से सीखा सकते हैं। डा. शैली भारद्वाज, डा. सुशील श्रीवास्तव, मो. तारिक अंसारी, रश्मि जायसवाल, अनुराधा पाण्डेय, पूजा, ऋतुराज भारद्वाज, रूपेश कुमार बरनवाल, मो. सुफियान अंसारी आदि ने प्रतिभाग किया।
शिक्षिका पूजा व अमरनाथ मौर्य की कलाकृति सराही गई। आयोजन डायट के कला प्रवक्ता डा. मुकेश कुमार की टीम द्वारा किया गया था। इस अवसर पर डायट डा. प्रीति गुप्ता, डा. प्रीति सिंह, डा.अखलाक अहमद, डा. शिवनाथ चक्रवर्ती, डा. वेदशंकर गुप्ता, एआरपी अनिल सिंह, देवेंद्र पाण्डेय आदि मौजूद रहे।