त्रिस्तरीय पंचायतों की निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षण की समय-सारिणी जारी - राष्ट्र की परम्परा
August 18, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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त्रिस्तरीय पंचायतों की निर्वाचक नामावली के पुनरीक्षण की समय-सारिणी जारी


15 जनवरी 2026 को होगा अंतिम प्रकाशन


कुशीनगर (राष्ट्र की परम्परा)। राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ की अधिसूचना दिनांक 11 जुलाई, 2025 के अनुपालन में जनपद कुशीनगर में त्रिस्तरीय पंचायतों की निर्वाचक नामावली का वृहद पुनरीक्षण कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। जिला मजिस्ट्रेट/जिला निर्वाचन अधिकारी (पं०) महेन्द्र सिंह तंवर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रक्रिया निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार सम्पन्न कराई जाएगी। पुनरीक्षण कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु:- 18 जुलाई से 13 अगस्त 2025 – बीएलओ एवं पर्यवेक्षकों को कार्य क्षेत्र आवंटन, प्रशिक्षण, स्टेशनरी वितरण और सूची प्रिंटिंग। 14 अगस्त से 29 सितंबर 2025 – बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण, हस्तलिखित पाण्डुलिपि तैयार करना। 14 अगस्त से 22 सितंबर 2025 – ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। 23 सितंबर से 29 सितंबर 2025 – ऑनलाइन आवेदनों की जाँच। 30 सितंबर से 06 अक्टूबर 2025 – पाण्डुलिपि सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को जमा। 07 अक्टूबर से 24 नवंबर 2025 – ड्राफ्ट नामावलियों का कम्प्यूटरीकरण। 25 नवंबर से 04 दिसंबर 2025 – मतदान केन्द्र स्थलों की मैपिंग, फोटो प्रतियाँ आदि। 05 दिसंबर 2025 – अनन्तिम मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन। 06 से 12 दिसंबर 2025 – निरीक्षण व दावे-आपत्तियाँ (01 जनवरी 2026 को 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वालों के लिए भी)। 13 से 19 दिसंबर 2025 – दावे व आपत्तियों का निस्तारण। 20 से 23 दिसंबर 2025 – संशोधित हस्तलिखित पाण्डुलिपियाँ जमा। 24 दिसंबर 2025 से 08 जनवरी 2026 – पूरक सूचियों का कम्प्यूटरीकरण। 09 से 14 जनवरी 2026 – वार्ड मैपिंग, फोटो प्रतियाँ आदि। 15 जनवरी 2026 – निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि पुनरीक्षण कार्य की समय-सीमा में किसी भी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी। साथ ही, समस्त संबंधित कार्यालयों को निर्देशित किया गया है कि यह कार्यक्रम उनके सूचना पटों पर प्रदर्शित किया जाए और व्यापक प्रचार सुनिश्चित किया जाए। पुनरीक्षण कार्य के दौरान पड़ने वाले सार्वजनिक अवकाश दिवसों में भी कार्यालय खुले रहेंगे, जिससे प्रक्रिया निर्बाध रूप से पूरी की जा सके।