November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

गिरोह बनाकर जमीन कब्जा करने का कर रहे खेल

ताजा मामला गुलरिहा थाना क्षेत्र के जंगल डूंगरी नंबर 2 का

जमीन कब्जा करने गए लोगो ने पत्रकार के साथ मारपीट कर की अभ्रदता

गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा)
जमीन के कारोबार में बेतहाशा कमाई को देखते हुए अब प्रॉपर्टी डीलरो ने हल्का सिपाही व स्थानीय यूट्यूबर को मिलाकर जमीन कब्जा करने का खेल कर रहे हैं, मोटी रकम मिलने की वजह से गिरोह बना कर खेल को अंजाम दिया जा रहा है। अभी हाल ही में एडीजी जोन ने गोपनीय जांच कराई तो ऐसे 56 पुलिसकर्मी संलिप्त मिले जो जहां कहीं भी जमीन का विवाद का मामला होता उसके निपटारे में यह पुलिसकर्मी ड्यूटी बजाने के लिए जाते थे, इसके जरिए वह अपने चहेतो को लाभ पहुचते थे और अच्छी रकम कमाते थे। यह कारनामा कई महीनो से चल रहा था जिसकी शिकायत मिलने पर गोपनीय तरीके से बिना किसी नाम पते के एडीजी जोन डॉ के एस प्रताप कुमार तक पहुंची तो उन्होंने इसकी जांच एडिशनल एसपी अंशिका वर्मा को सौपी। तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा की जांच में सभी 56 पुलिसकर्मी विभिन्न जिलों से गोरखपुर में तैनाती पे विवादित जमीनों की दलाली और पैरवी में संलिप्त पाए गए। इसके बाद एडीजी जोन ने इन आरोपी सिपाहियों को उनके मूल जनपद में स्थानांतरित करते हुए त्रिस्तरी जांच कमेटी बना दी जो तीनों एसपी रैंक की अधिकारी कर रहे है। जमीन के धंधे में लिप्त यह सिपाही स्पोर्ट कोटे के जरिए एडीजी जोन कार्यालय से सम्बद्ध थे इसका खुलासा जांच में हुआ, इस कारनामे के पीछे कार्यालय के सीए बाबू की मिली भगत से कारनामा चल रहा था। मामला खुलने के बाद एडीजी जोन ने अपने गोपनीय सहायक अमित कुमार श्रीवास्तव को सीबीसीआईडी ,सिपाही संतोष कुमार को सिद्धार्थनगर, रेनू पांडेय को संतकबीर नगर और किरण यादव को कुशीनगर भेज दिया । मामले की जांच के लिए एडीजी जोन डॉ. के एस प्रताप कुमार ने त्रिस्तरी कमेटी बनाई है। तीनों एसपी रैंक के अधिकारी होंगें। जो इन सिपाहियों की जांच करेंगे, जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई होगी। ताजा मामला गोरखपुर के गुलरिहा थाना क्षेत्र के जंगल डूंगरी नंबर दो का है जहाँ पत्रकार आरिफ आलम के पाटीदार से जमीनी विवाद चल रहा है जिसका फायदा उठाते हुए प्रॉपर्टी डीलर अनिल प्रजापति हल्का सिपाही प्रदीप कुमार यादव तथाकथित यूट्यूबर ने 12 मई 2024 को पत्रकार आरिफ आलम को थाने बुलाकर प्रॉपर्टी डीलर के सामने पुलिस द्वारा अभद्रता की गई, इतना ही नहीं पुलिस के सह पर प्रॉपर्टी डीलर ने उसी दिन दो गाड़ियों से भरकर वन तस्कर और दबंगो के साथ जमीन कब्जा करने का प्रयास किया गया। जिसका विरोध करने पर पत्रकार आरिफ आलम को धमकाया गया जान से मारने की धमकी दी गई और हल्का सिपाही प्रदीप कुमार यादव ने तो हद ही पार कर दी पत्रकार आरिफ आलम का कॉलर पड़कर मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देते हुए कहा कि तुम्हारी पत्रकारिता खत्म कर दूंगा। पत्रकार आरिफ आलम ने गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के पदाधिकारी से शिकायत की। अब मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है। प्रेस क्लब अध्यक्ष मार्केंडेय मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल आज एसएससी से मिल कर शिकायत की । एसएसपी ने जाँच का आदेश दिए है। बरहाल इस तरह का मामला सिर्फ एक ही नहीं कमोबेश जनपद के कई थाना क्षेत्र में चल रहा है। जिसकी शिकायत गोपनीय तरीके से भी लोगों ने की है।