
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य और रोजगारोन्मुखी शिक्षा की दिशा में नई पहल की है। अब विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग में नियमित रूप से गाइडेंस एवं ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इन सत्रों के माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगार से जुड़ी नवीनतम जानकारियां, साक्षात्कार की तैयारी, बायोडाटा निर्माण, संचार कौशल, समूह चर्चा, समय प्रबंधन और उद्योग जगत की बदलती आवश्यकताओं से अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों एवं संस्थानों की भर्ती प्रक्रिया की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि वे प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को जीवन और करियर में सफलता के लिए आवश्यक कौशलों से सशक्त करना है। उनके अनुसार, गाइडेंस एवं ट्रेनिंग सत्र छात्रों के आत्मविश्वास, पेशेवर दक्षता और व्यक्तित्व विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भावना के अनुरूप अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ व्यावहारिक एवं रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि हाल ही में हुए सफल प्लेसमेंट से विश्वविद्यालय का उत्साह और बढ़ा है। अब इस ऊर्जा को आगे बढ़ाते हुए प्रत्येक विभाग में गाइडेंस और ट्रेनिंग सत्रों के जरिए छात्रों को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किया जाएगा।


