बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
उभांव थाना क्षेत्र के बेल्थरारोड नगर में गुमटी आवंटन को गलत बताकर दवा कारोबारी द्वारा फर्जी हमला कराने के मामले में पत्रकार और नप चेयरमैन प्रतिनिधि पर दर्ज कराये गये मुकदमा से नगर और क्षेत्रवासियों में जबरदस्त नाराजगी और आक्रोश व्याप्त है। पत्रकार विजय मद्धेशिया की पत्नी शिवांगी प्रिया ने शुक्रवार को उभांव थाना पर पुलिस को लिखित तहरीर देकर पूरे घटना की निष्पक्ष जांच करने, सुनियोजित तरीके से हमला करवाकर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने और धमकी देने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। मामले में करीब 100 क्षेत्रवासियों ने भी घटना को फर्जी बताते हुए लिखित तहरीर देकर फर्जी मुकदमा की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मामले की जानकारी मिलते ही लोकसभा सलेमपुर के प्रभारी और चेयरमैन कॉपरेटिव बैंक बलिया विनोद शंकर दुबे ने भी उभांव थाना पहुंचकर भाजपा नेता, नप चेयरमैन प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता और पत्रकार विजय मद्धेशिया पर हुए फर्जी मुकदमा को जांचकर समाप्त करने और फर्जी मुकदमा दर्ज कर भाजपा को बदनाम करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया है। श्री दूबे ने कहा कि चुनाव के समय समाजवादी पार्टी ने साजिशन बीजेपी के चेयरमैन प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता और पत्रकार विजय मद्धेशिया पर फर्जी मुकदमा कराकर बीजेपी कों बदनाम करना चाह रही है। रात मे पीकू सिंह का नाम, सुबह चेयरमैन प्रतिनिधि व पत्रकार बन गये गुनहगार
गये गुनहगार रात मे लगभग 15 फिट गहरे गड्ढे मे गिरने से घायल होने वाले दवा व्यवसायी राहुल गोंड के भाई बयान और अगले दिन तहरीर मे दिये गये बयान से यह घटना ही संदेहास्पद प्रतीत हो रही है। बता दे कि घटना के बाद अपने बयान मे पीड़ित के परिजनों द्वारा घटना के लिये पीकू सिंह और इनके दो अन्य साथियों कों घटना के लिये जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन सुबह ज़ब थाने पर तहरीर दी गयी तो पीकू सिंह व उसके साथियों की जगह चेयरमैन प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता और पत्रकार विजय मद्धेशिया कों हत्या के प्रयास का आरोपी बना दिया गया है । इस प्रकरण मे मुकदमा पंजीकृत करने के बाद पुलिस भी जांच मे जुट गयी है। इस संबंध मे प्रभारी निरीक्षक विपिन सिंह का कहना है कि घटना की गहनता से जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आयेगा, उसके अनुसार ही कार्यवाही की जायेगी। इस घटना के बाद की वायरल वीडियो कों देखिये और खुद निर्णय कीजिये सच्चाई क्या है
यह है घटना के लिये जिम्मेदार कारण बता दे कि इस घटना के लिये दवा मंडी मे नगर पंचायत द्वारा विजय मद्धेशिया कों आवंटित किया गया 8 फिट *14 फिट का जमीनी टुकड़ा है। जिसको विजय मद्धेशिया द्वारा सोमवार कों बाउंड्री कराये जाने पर दवा मंडी के व्यवसायियों द्वारा विरोध करके रुकवा दिया गया था। दवा व्यवसायियों का कहना है कि नगर पंचायत ने 2020 मे जिस भू खंड कों विजय मद्धेशिया कों आवंटित किया गया, वह सड़क है। व्यापारियों के विरोध कों देखते हुए एसडीएम बेल्थरारोड ने निर्माण कार्य कों रोक दिया है। वही दवा व्यवसायी राहुल गोंड व दवा व्यवसायी पीकू सिंह के बीच व्यवसायिक वर्चस्व की लड़ाई बरसों पुरानी बतायी जा रही है। घायल व्यवसायी द्वारा फायरिंग की जो घटना बतायी गयी है, उसको लेकर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है। संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि बाइक असंतुलित होकर गड्ढे मे गिर गयी होगी। इसके बाद इसको रंजिश का लबादा ओढ़ा कर उल्लू सिद्ध किया जा रहा है। अब देखना है कि उभाँव पुलिस की जांच मे हत्या के प्रयास की कहानी सच्ची होती है या असंतुलित होकर स्वयं गिरने की।
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