
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग में शुक्रवार को प्रो. देवेंद्र शर्मा स्मृति व्याख्यान का आयोजन हुआ। यह इस व्याख्यान श्रृंखला का पहला कार्यक्रम था, जिसे अब हर माह के अंतिम शुक्रवार को नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने की। उन्होंने इस अवसर पर विभाग की कक्ष संख्या 113 को “प्रो. देवेंद्र शर्मा कक्ष” के रूप में नामित करने की घोषणा की। अपने व्याख्यान में उन्होंने तारों के H-R डायग्राम, डायटॉमिक मॉलिक्यूल, रमन स्पेक्ट्रा और वाइब्रेशनल मोड की व्याख्या करते हुए कहा कि स्पेक्ट्रोस्कोपी मटेरियल साइंस में अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने बताया कि प्रोटीन और डीएनए की संरचना के अध्ययन से दवा खोज में स्पेक्ट्रोस्कोपी की भूमिका महत्वपूर्ण है, अणु के पॉलिमॉर्फ़िज़्म गुण से चॉकलेट निर्माण में उपयोग होता है तथा थ्योरेटिकल मॉडल और गणित के माध्यम से मानव सभ्यता की जटिल समस्याओं के समाधान खोजे जा सकते हैं।
विज्ञान संकाय के डीन प्रो. शांतनू रस्तोगी ने प्रो. देवेंद्र शर्मा के जीवन एवं कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका स्पेक्ट्रोस्कोपी, आणविक भौतिकी और मटेरियल साइंस में योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने शोध संस्कृति को प्रोत्साहित करने और छात्रों को अनुसंधान पद्धति की ओर प्रेरित करने में भी अहम भूमिका निभाई।
कुलपति ने प्रधानमंत्री की Lab to Land योजना और विश्वविद्यालय में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयासों पर भी बल दिया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अपरा त्रिपाठी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राकेश कुमार तिवारी ने प्रस्तुत किया।