July 5, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

युवक की पिटाई युवक पहुचा मेडिकल के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां

बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश पुलिस का तो अमानवीय चेहरा देखने को मिला विगत दिनों स्थानीय थाना क्षेत्र के उचराव गांव निवासी 34 वर्षीय आनंद सिंह उर्फ मतेलु पुत्र हरेंद्र सिंह अपने परिवार के लोगो से पारिवारिक विवाद किया था जिसके वजह से परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दिया था पुलिस मौके पर पहुंची और आनंद सिंह को पकड़कर थाने लाई पीड़ित आनंद सिंह सिकंदरपुर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मुझको बर्बरता पूर्वक पिटाई की गई जब तक मैं थाने पर बेहोश नहीं हो गया तब तक मेरी पिटाई होती रही थाना अध्यक्ष द्वारा पट्टा से पिटाई किया गया जिसका जीता जागता उदाहरण मेरे पीठ पर और वाजु पर निशान बना हुआ है सिकंदरपुर पुलिस के द्वारा अगर इस तरह का कार्य किया गया है तो मानवाधिकार आयोग के नियमों का उल्लंघन करते हुए किया गया है इस तरह की सजा पीड़ित को क्या देना चाहिए मानव अधिकार आयोग के नियमों का उल्लंघन करते हुए थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर विकास चंद्र पांडे और उनके साथ रहने वाले सिपाही जिस तरह से बर्बरता पूर्वक आनंद सिंह की पिटाई की है आनंद सिंह के कथना अनुसार वह या साबित कर रहा है कि अंग्रेजों के जमाने में जो यातनाएं दोषी को दी जाती थी वह यातनाएं आज भी कायम है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए कानून में संशोधन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ पुलिस उन्हें पुराने कानून के ढर्रे पर चलने का काम कर रही है अगर देखा जाए तो पीड़ित आनंद सिंह जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पास जाकर अपना मेडिकल बनवाने का काम किया है और इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक बलिया डीआईजी आजमगढ़ डीजीपी वाराणसी को देने का काम किया है सच में देखा जाए तो थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर अगर आनन्द सिह की पिटाई किये है तो हिटलर शाही उनके अंदर व्याप्त है अंग्रेजों के जाने के बाद भी हिटलर सही कायम है। पिता हरिंदर सिंह के कहने के अनुसार आनंद सिंह के द्वारा आये दिन शराब पीकर शाम के समय घर आता है और अपनी मां के अलावा परिवार के सभी सदस्यों के साथ मारपीट करता है जिस उस दिन भी वह शाम के समय मारपीट किया था अपने मां के साथ हम परेशान होकर112 डायल किया और पुलिस को सूचना दी है पुलिस मौके पर पहुंची और आनंद सिंह को शराब के नशे में पड़कर थाने ले गए। थानाध्यक्ष का बयान वही इस संबंध में थाना अध्यक्ष विकास चंद्र पांडे से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पीड़ित को जो भी छोटे लगी है वह उसके परिवार में मां के साथ हुई मारपीट के दौरान लगी है पुलिस द्वारा पीड़ित से मारपीट नहीं की गई है और उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी लिखित जवाब भेज दिया गया है