महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)।दिसंबर खत्म होने वाला है। मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। शुक्रवार को पछुआ हवाओं से एक बार फिर लोग अपने -अपने घरों में ठिठुर गए हैं। घने कोहरे से पूरा जिला घिर गया। पहाड़ों पर लगातार बर्फ पड़ने की वजह से अभी ठंड का कहर जारी रहेगा। वहीं गेहूं की फसल के लिए संजीवनी साबित होगी कड़ाके की ठंड। खेतों में गेहूं के पौधों की वृद्धि तेजी से हो रहा है। गेहूं की खेती के लिए यह अनुकूल मौसम है।
उधर शहर में अब भी ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं। बीआरडीपीजी कॉलेज भूगोल विभाग के डॉ. उदयभान ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। उसका असर पड़ रहा है, जिसके चलते यहां भी ठंड बढ़ी है। अभी दो-तीन दिन मौसम की यही स्थिति रहेगी। सुबह और शाम को तापमान में गिरावट रहेगी।
उधर, ठंड से बचाव के लिए बस स्टेशन परिसर, रैन बसेरा, मुख्य तिरहा, हनुमानगढ़ी चौराहे पर ही अलाव जल रहा है अन्य स्थानों पर अभी अलाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है। ठंड की चपेट में आने से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। बुखार, उल्टी, दस्त, पेट, सिर दर्द से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉ हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि बुजुर्ग और बच्चों को सावधान रहने की जरूरत है शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखें। शुगर, बीपी सहित गंभीर रोग से ग्रस्त रोगी चिकित्सक के परामर्श के बगैर दवा बंद ना करें। खासकर बच्चों को हमेशा गर्म कपड़ों में लपेट कर रखें।
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