भागलपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
मईल थाना क्षेत्र अंतर्गत भागलपुर से बलिया को जोड़ने वाले भागलपुर सेतु पर आए दिन कोई ना कोई आत्महत्या कर रहा है। मानो आत्महत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नही ले रहा है।
आपको बता दे की क्षतिग्रस्त हुए पुल अनेकों घटनाओं को दावत देता आ रहा है। इस पुल पर चलना लोगों के लिए दुर्भर हो गया है। पुल पर जगह-जगह ब्रेकर, आदमी संभाल के ना चले तो चोट लगने से वहीं बेहोश होकर गिर जाएगा। हफ्ते दिन भी नहीं बीते बिरनी लार थाना क्षेत्र अंतर्गत युवक युवती कूद कर अपने जीवन लीला समाप्त कर ली थी। मंगलवार की सुबह से ही अविनाश पुत्र धीरेंद्र ग्राम लोहर थाना सिकंदरपुर जिला बलिया भागलपुर में घूम रहा था, सूत्रों के अनुसार वह कहीं फोन लगा रहा था फोन नहीं लग रहा था तो किसी और से फोन मांग कर उस पर फोन लगाया फिर भी फोन नहीं लगा, उसके बाद फोन दे करके वह पुल से चलांग लगा दिया जिसकी तलाश अभी भी जारी है। ग्राम बिरनी अजना के युवक युवती का आज तक पता नहीं चला। कई तहसील कई जिलों से आकर स्कूल से लोग चलांग लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ले रहे है।
यह पुल कई जिलों को आपस में जोड़ता है, और दूरियां कम करता है। दूरी कम होने के कारण लोगों को अपनी लागत में आसानी से सामान का आयात निर्यात हो जाता था। क्षतिग्रस्त होने से राजस्व की तो हानि हो ही रही है, वहीं दुकानदार भुखमरी के कगार पर है। शासन, प्रशासन ,विधायक, सांसद, सभी का इस पुल से आना जाना है। लेकिन पुल पर आज तक नजर नहीं गयी।
लगातार आत्महत्या के कारण खामियाजा परिजनों को भुगतना पड़ रहा है, आए दिन कोई न कोई सरयू नदी में चलांग लगा दे रहा है और अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। तमाम पेपर, सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराने के बावजूद भी आंख मूंदे लोग खड़े हैं। इसके लिए समाजसेवी व ग्रामीण लोगों ने पुल पर जाल लगाने की मांग की हैं और ज्ञापन भी सौपे हैं, लेकिन आज तक इस डेथ प्वाइंट नाम की सुर्खियां बटोरता भागलपुर पुल पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के
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