
सलेमपुर में स्थित नादावर पुल बना है आत्म हत्या का सुरक्षित स्थान
सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। सलेमपुर तहसील के नदावर पुल जो की विगत कुछ सालो मे आत्महत्याओं के लिए सुर्खियों मे छाया हुआ है।हालाकि नदी के ऊपर बना ये पुल वैसे तो सलेमपुर और मझौली होते हुए भाटपार तथा बिहार को जोड़ती है। लेकिन इस पुल की चर्चाएं खासा आत्महत्याओं के लिए जाना जाने लगा है पिछले दो वर्षो मे लगभग पच्चीस लोग इस पुल से कूद कर अपनी जान गवा चुके है। नदावर पुल की जर्जर रेलिंग और कही-कही तो रेलिंग गायब ही है ऐसे मे सिरफिरे आत्महत्या करने वालो के लिए ये और भी आसानी का सबब बन गया है । इस पुल के टूटे रेलिंग और इसके मरम्मत के लिए कई समाचार प्रतिनिधियों ने संबंधित अधिकारियों से भी बात की लेकिन सालो बीत जाने के बाद भी किसी भी जिम्मेदार की नजर इस टूटे पुल के रेलिंग पर नहीं पड़ी । जिसका का खामियाजा क्षेत्र के कई परिवार अपने घर के लोगो को खो कर भुगत रहे है। किसी के घर का इकलौता रोटी देने वाला चला गया तो किसी के घर की आस चली गई । लेकिन जिम्मेदार अधिकारी राजनेता मूक दर्शक बने देख रहे है और इस पुल से आत्म हत्या करने वाले लोगो के घर रोजी रोटी का संघर्ष चल रहा है ।एक तरफ जहा लगातार खबरे प्रकाशित हुई ताकि प्रशासन इसको देखते हुए दोनो तरफ जाल लगवा सके।लगवाना तो दूर टूटी हुई रेलिंग की मरम्मत मे भी जिम्मेदार मौन है।आपको बताते चले की दस से पंद्रह दिन बीतते ही आत्महत्या की एक नई घटना सुनने तथा देखने को मिलती है।मंगलवार को भी पुल के नीचे नदी मे तैरती हुई लाश मिली ,पुलिस ने लाश को बाहर निकाला ,शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे इससे साफ था की व्यक्ति ने रात मे किसी समय पुल से कूद कर अपनी जान दे दी थी। इस तरह की घटनाएं इस पुल और क्षेत्र के लोगो के लिए आम बात बनी हुई है।
More Stories
बेचू साथ पोखरे के पास बने विवाह भवन से हजारों की चोरी
सपा की मासिक बैठक में संगठन को मजबूत करने का दिया जोर
संपूर्ण समाधान दिवस: 121 शिकायतों में 9 का निस्तारण, 6 टीमें मौके पर भेजी गई