Sunday, December 21, 2025
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पुजारी ने प्राथना पत्र देकर लगाईं न्याय की गुहार,क्षेत्राधिकारी ने कहा झूठे है आरोप

बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) । आरक्षित अब्दुल्ला गंज रेंज के परसुवा समय मन्दिर पर रहने वाले पुजारी राजेन्द्र दास ने प्रभारी निरीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके उचित कार्यवाही करने की मांग की है। आरोप है कि वन क्षेत्राधिकारी एवं डिप्टी रेंजर ने अपने वन कर्मियों टीम के साथ मंदिर परिसर में जबरन घुसकर पुजारी राजेन्द्र दास के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है । मंदिर के अंदर तथा पुजारी के आवास जगहों पर क्षतिग्रस्त करने का भी आरोप लगाया है। वहीं इस उक्त घटना में गवाही के तौर पर लगभग एक दर्जन से अधिक स्थानीय ग्रामीणों लोगों ने भी वन क्षेत्राधिकारी के विरुद्ध उचित कार्यवाही हेतु प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर किया हैं। स्थानीय लोगों के कथन अनुसार वन क्षेत्राधिकारी के इस व्यवहार से क्षेत्र में हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई है। वहीं पुजारी ने प्राथना पत्र देकर शासन प्रशासन ने उचित कार्रवाई की मांग की है। वहीं वन क्षेत्राधिकारी ने नानपारा क्षेत्राधिकारी को दिये गये पत्राचार में लिखा है कि अब्दुल्लागंज रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र के निम्न हारा बीट के चर्दा कछ संख्या सात आंशिक से सटे वर्षों पूर्व बने चबूतरे पर पास के ग्रामीण और बाबा राजेन्द्र दास द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। जो की वन क्षेत्राधिकारी टीम सहित गस्त व जंगल की देखभाल कर रहे थे तभी देखा कि कुछ लोग आरक्षित वन भूमि पर नई पक्की दीवार का निर्माण कर रहे हैं जिस पर तत्काल आरक्षित वन भूमि पर अवैध निर्माण को नियम अनुसार रोका गया आरक्षित वन भूमि का गैर वानिकी रूप में प्रयोग करना भारतीय वन अधिनियम के अन्तर्गत कानून अपराध है तथा उक्त प्रकरण में रेंज द्वारा ‌वन संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत रोका गया तथा उक्त प्रकरण में पुजारी राजेन्द्र दास से वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी एवं किसी भी वन कर्मचारी द्वारा किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार न किये जाने कि बात को पत्राचार में दर्शाया है। लेकिन जब इस प्रकरण के सम्बन्ध में नवाबगंज थाना प्रभारी शीला यादव द्वारा जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी है और मौके का जांच किया जा रहा है और वही इस प्रकरण में लेखपाल लल्लू राम ने बताया कि उक्त पक्का निर्माण आरक्षित बन क्षेत्र में पड़ रहा है।

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